भाकपा माले जिला स्थाई समिति की बैठक में लिया गया आंदोलन का निर्णय
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। भाकपा माले समस्तीपुर जिला स्थाई समिति की बैठक 24 जून को शहर के मालगोदाम चौक स्थित जिला कार्यालय में आयोजित किया गया। अध्यक्षता माले जिला सचिव उमेश कुमार ने की। बैठक में बतौर पर्यवेक्षक माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा शामिल थे।
उक्त बैठक में विधायक सह केंद्रीय कमिटी सदस्य मंजू प्रकाश, राज्य कमिटी सदस्या बंदना सिंह, स्थाई समिति सदस्य जीबछ पासवान, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार, दिनेश कुमार, अमित कुमार, फूलबाबू सिंह, अजय कुमार आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
बैठक को बतौर पर्यवेक्षक संबोधित करते हुए भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी कॉमरेड धीरेंद्र झा ने संबोधित करते हुए कहा कि महा गठबंधन सरकार द्वारा कराए गए जाति गणना और सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर दलित-बंचित को दिया गया अधिकार छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण विरोधी है।
माले नेता कॉ झा ने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित एजेंसी एनटीए द्वारा नीट और नेट परीक्षा ली गई, जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हुए है। यह देश के लाखों नौजवानों के सपनों के साथ खिलवाड़ किया गया है। मोदी सरकार को जबाबदेही लेते हुए एनटीए को तत्काल भंग कर देना चाहिए। इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए।
मिथिलांचल के चुनाव परिणाम पर कॉ झा ने कहा कि यह आशा के विपरित है। इस पर गंभीर आत्ममंथन करना होगा। दक्षिण बिहार में भाकपा माले के दलितों-गरीबों के आंदोलन के साथ जब राजद के सामाजिक आधार की एकजुटता होती है तो यह बड़ी ताकत बन जाती है।
जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि चुनाव बाद दलित- गरीबों पर हमले बढ़े हैं। दलित-गरीब पर बढ़ते दमन एवं हकमारी के खिलाफ भाकपा माले आंदोलन तेज करेगी।
इस अवसर पर आगामी 26-27 जून को समस्तीपुर में खेग्रामस के राज्य पदाधिकारियों की बैठक को सफल बनाने, 11-12 जुलाई को समस्तीपुर में आइसा राज्य परिषद की बैठक को सफल बनाने समेत 28-29-30 जुलाई को कॉ चारू मजूमदार के शहादत दिवस पर पार्टी के तमाम शाखा, पंचायत एवं लोकल कमिटी की बैठक के माध्यम से जन समस्याओं को चिंहित कर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया।
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