डॉ मुखर्जी ने देशभक्ति और राष्ट्रवाद की रक्षा के लिए बलिदान दिया था-सिंह
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में बेरमो विधानसभा क्षेत्र के सुभाष नगर स्थित भाजपा कार्यालय में देश की एकता, अखंडता और स्वाभिमान के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यितथि बलिदान दिवस के रूप मे मनाई गई।
इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने डॉ मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली दी। इस दौरान समाज के दर्जनो वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। जानकारी के अनुसार बेरमो स्टेशन रहिवासी राजेंद्र करमाली एवं तारा देवी की पुत्री निशा के विवाह के लिए 11 हजार का चेक आर्थिक सहयोग के रूप मे दिया गया।
मौके पर उपस्थित भाजपा नेता मघूसूदन प्रसाद सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को महान राष्ट्रवादी बताया। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई 1901 को कोलकाता के एक गरीब परिवार में जन्मे डॉ मुखर्जी पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर पश्चिम बंगाल से एमएलसी चुने गए। वर्ष 1941-42 में बंगाल प्रांत में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया।
भाजपा नेता विनय कुमार सिंह ने कहा कि आजादी के बाद जवाहरलाल नेहरू ने अपनी अस्थायी सरकार में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मौका दिया था। उन्होंने 1949 में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनके पाकिस्तानी समकक्ष लियाकत अली खान द्वारा दिल्ली समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने का विरोध करते हुए 21अक्टूबर 1951 को दिल्ली में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने गौहत्या और अनुच्छेद 370 का विरोध किया था, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था।
इस अवसर पर भाजपा नेता प्रकाश कुमार सिंह ने कहा कि 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में डॉ मुखर्जी की मृत्यु हो गई। वे भारत के लिए शहीद हो गए। तब भारत ने एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया जो हिन्दुस्तान को नई दिशा दे सकता था। उन्होंने कहा कि अब तक यह रहस्य ही है कि डॉ मुखर्जी की मृत्यु कैसे हुई।
मौके पर उपरोक्त के अलावा शिव प्रसाद सिंह, पारस विश्वकर्मा, अनिल गुप्ता, मदन वर्मा, रामू तांती, चंदन राम, गुरवारी देवी, गीता देवी, पुष्पा देवी, प्रदीप रवानी, कौशल कुमार, मदन खुराना, मनोज रवानी, मनोज कुमार, बबलू सिंह, विकास सिंह, भिखारी सिंह सहित भारी संख्या में रहिवासी उपस्थित थे।
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