एस. पी. सक्सेना/बोकारो। दशवां अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर बोकारो जिला के हद में फुसरो-डुमरी मुख्य मार्ग पर मकोली मोड़ के समीप स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी में योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका, कार्यालय कर्मी सहित तमाम छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर योग किया।
जानकारी के अनुसार 21 जून को प्रातः कालीन प्रार्थना सभा के उपरांत विद्यालय के वरीय और कनीय संभाग में योग के विभिन्न क्रियाकलाप करवाया गया। इस अवसर पर नावाडीह स्थित गायत्री पीठ के डलेश्वर प्रसाद, राहुल कुमार और विजय कुमार सिंह ने अपने क्रियाकलाप के माध्यम से बच्चों को योग के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के प्राचार्य सत्येंद्र कुमार ने इस अवसर पर योग का जीवन में महत्व बताते हुए कहा कि यह वर्ष स्वयं और समाज के लिए योग का वर्ष है। विश्व के 184 देश आज योग दिवस मना रहा है।
इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न क्रियाकलाप आयोजित किए गए। जिनमें प्रमुख रूप से हिंदी और अंग्रेजी में निबंध लेखन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, नृत्य संगीत प्रतियोगिता और रंगोली प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। एस सी बूडेक और बबलू कुमार ने पेंटिंग के गुढ़ बच्चों को सीखने तथा बच्चों ने आकर्षक योग की चित्रकला का प्रदर्शन किया।
कक्षा दशम व द्वादश के बच्चों ने हिंदी और अंग्रेजी में निबंध लेखन किया। शिक्षक पी के सहाय और अशोक पाल के निर्देशन में प्रतियोगिता आयोजित की गई।
योग दिवस पर विद्यालय के दयानंद सभागार में क्विज प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। क्विज प्रतियोगिता के सफल संचालन में रोहित कुमार सिंह का प्रमुख योगदान रहा। नुक्कड़ नाटक योग से संबंधित विद्यालय परिसर में प्रस्तुत किया गया।
यह उपस्थित जन समुदाय के लिए आकर्षण का एक केंद्र था, क्योंकि करें योग रहे निरोग के नारे के साथ स्वयं को भी योग में लिप्त करने के लिए तथा समाज को भी योग में लिप्त करने के लिए प्रेरित किया गया। आरती कुमारी और बबलू के कुशल निर्देशन में बच्चियों ने योग से संबंधित रंगोली प्रतियोगिता में भाग लेकर आकर्षक रंगोली बनाकर उपस्थित जनों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर कहा गया कि ऐसा माना जाता है कि योग करने वाला व्यक्ति सदा स्वस्थ रहता है। बापू का सपना था स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत। इस सपना को साकार करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को इंडिया गेट से इसका प्रारंभ किया था।
उपस्थित वक्ताओं द्वारा कहा गया कि महर्षि पतंजलि से लेकर बाबा रामदेव तक के लंबे सफर में देश ने योग को पुनर्जीवित करने का जो प्रयास किया है निश्चित रूप में वह सराहनीय है। आज हर घर में हर कीड़ा क्षेत्र में आम व् खासजन योग करते अहले सुबह दिखाई देते हैं।
बताया गया कि निरोग रहने का इससे सुंदर उपाय और कुछ नहीं हो सकता। इसलिए इस मिशन में देश के आम अवाम को जोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आयोजित योग शिविर एवं प्रतियोगिता के सफल संचालन में विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।
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