मानव से रक्षा की उम्मीद लगाने वाले पक्षी गौरैया को आश्रय देना पुण्य का कार्य-प्राचार्या
सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में सेल संबद्ध डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा के बच्चों के बीच ऑनलाइन चित्रांकण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बच्चों ने पर्यावरण को बचाने हेतु चित्रांकण एवं स्लोगन के माध्यम से क्षेत्र के रहिवासियों को संदेश दिया। जिसमें बच्चों ने आकर्षक चित्रकारी कर ऑनलाइन प्रस्तुति दी।
डीएवी गुवा की प्राचार्या उषा राय ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बच्चों की प्रतियोगी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान वृक्षों के साथ साथ पक्षियों की रक्षा अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि मूकदर्शक बन मानव से रक्षा का उम्मीद लगाने वाले पक्षी गौरैया को आश्रय देना पुण्य का कार्य है।
प्राचार्या राय ने कहा कि हर साल 5 जून को सभी को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक और सचेत करना चाहिए। कहा कि प्रकृति बिना मानव जीवन संभव नहीं।
इसलिए यह जरूरी है कि हम यह समझें कि हमारे लिए पेड़-पौधे, जंगल, नदियां, झीलें, जमीन, पहाड़ कितना जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है, इसलिए स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना मानव समाज की कल्पना अधूरी है।
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