एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के समीप सरना स्थल को तोड़ने की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरना स्थल को तोड़ने का आदेश देने वाले एसडीओ को चम्पई सरकार अविलंब बर्खास्त करे अन्यथा उग्र आंदोलन होगा।
उपरोक्त बातें बीते 28 मई को संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड व् छत्तीसगढ़ प्रभारी विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट में देवथान पड़हा जतरा स्थल खोखमा टोली में सरना स्थल के चबूतरा तोड़े जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बाते कही।
नायक ने कहा कि आज बिरसा एयरपोर्ट स्थित सरना स्थल तोड़ने के विरोध में आक्रोशित आदिवासी मूलवासी समाज ने एयरपोर्ट रोड को घंटो जाम कर दिया था, जो अभी मात्र झांकी है। अभी फिल्म बाकी है। नायक ने कहा कि स्टेट हैंगर से लगे सरना समाज का चबूतरा को रांची एसडीओ के आदेश वो भी बिना नोटिस दिए कैसे बुलडोज़र चला कर तोड़ दिया गया। यह घोर निंदा का विषय है।
इसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि अगर झारखंड के सीएम चंपई सोरेन द्वारा रांची एसडीओ को इस कृत के लिए बर्खास्त नहीं किया जाता है और उक्त सरना स्थल को सुंदरीकरण कर भव्य निर्माण नही किया जाता है तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा।
नायक ने कहा कि यह दुख: का विषय है कि बिना आधिकारिक सूचना दिए किसी भी धार्मिक स्थल को तोड़ना अच्छी बात नहीं है। तोड़ने से पहले गांव वालों को सूचना दी जानी चाहिए थी। मगर एसडीओ ने बिना सूचना दिए ही धार्मिक स्थल को तोड़ने का काम किया, जो ठीक नही है।
इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि आज आदिवासी और मूलवासी द्वारा दिए गए जमीन पर ही बिरसा मुंडा एयरपोर्ट खड़ा है। ऐसे में इन वर्गों के धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना उनके भावनाओं के साथ उनके धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ है, जो बर्दाश्त के लायक नहीं है।
जिले में वैसा ही पदाधिकारी को पदस्थापन किया जाना चाहिए, जो झारखंडी संस्कृति को अच्छी तरह समझता हो। रिती रिवाज को जानता हो। वैसे पदाधिकारी को ही पदस्थापन की जानी चाहिए, ताकि सभी झारखंडी समाज के सांस्कृतिक एवं धार्मिक भावनाओं को समझे, ताकि भविष्य में किसी भी समाज के धार्मिक भावना को ठेस होने से बचाया जा सके।
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