मजदूर व् उद्योग विरोधी सरकार को सत्ता से बेदखल होने पर ही मजदूरों का भविष्य सुरक्षित
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन का अधिवेशन उड़ीसा के पूरी स्थित लिली होटल के सभागार में होना तय हुआ है। दशक बाद फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह की अनुपस्थिति में यह पहला अधिवेशन होने जा रहा है।
इस अधिवेशन में पूर्ण रूप से फेडरेशन के अध्यक्ष का भी चुनाव होना है। साथ ही कई बड़े प्रस्ताव भी लिए जाने हैं। प्रस्ताव में कोल इंडिया प्रबंधन तथा केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा लगातार जो आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है उसका बड़े पैमाने पर विरोध के साथ विभागीय कार्य को तीव्र गति से आगे ले जाने और चलाये जाने का यूनियन के लिए सबसे बड़ा टास्क होगा। अधिवेशन की पुरजोर तैयारी शुरू है।
अधिवेशन स्थल के अगल-बगल दर्जनों तोरण द्वार डेलीगेटो के रहने की व्यवस्था सब फेडरेशन अपनी जवाबदेही पर निभा रही है। पूरे अधिवेशन की कामना फेडरेशन के अध्यक्ष व इंटक के राष्ट्रीय सचिव बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के नेतृत्व में व्यापक ढंग से किया जा रहा है।
यह अधिवेशन पूर्व के अधिवेशनो से अलग अपना अमिट छाप कायम करेगा। अधिवेशन में पूरे देश के प्रतिष्ठानों में इंटक से संबद्ध यूनियन के प्रतिनिधि 700 की संख्या में शिरकत करेंगे। इस अधिवेशन के दूसरे दिन यानी 17 दिसंबर को गांधी फाउंडेशन में इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री इंडियन नेशनल माइंस वर्कर फेडरेशन के अध्यक्ष राज्य के पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह के मूर्ति का अनावरण होना है। जिसकी मांग फेडरेशन के स्टरलाइजेशन कमेटी की बैठक में उठी थी।
बैठक में सर्वसम्मति से मूर्ति का अनावरण किए जाने का निर्णय हुआ था। उक्त अधिवेशन में धनबाद, बेरमो कोयलांचल से ए. के. झा, विजेंद्र प्रसाद सिंह, मिथिलेश सिंह, लगन देव यादव, गिरिजा शंकर पांडेय, महेंद्र कुमार विश्वकर्मा, श्यामल कुमार सरकार, आदि।
वीरेंद्र कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, शिवनंदन चौहान, अंजनी कुमार त्रिपाठी, मुरारी सिंह, गणेश मल्लाह, केदार प्रसाद सिंह, भास्कर सिंह, सीएस प्रसाद, जयनाथ तांती, राजेश्वर प्रसाद सिंह, राजू यादव, बीआर भगत, राम लखन सिंह, मोहम्मद रियाज, विद्यापति सिंह सहित अन्य शामिल होंगे।
164 total views, 1 views today