राजेश कुमार/बोकारो थर्मल (बोकारो)। दक्षिण अफ्रीकी देश कैमरुन में मजदूरी करने गए झारखंड के विभिन्न जिलों के अप्रवासी मजदूरों ने सोशल मीडिया साईट के माध्यम से केंद्र व् झारखंड सरकार से वतन वापसी की गुहार लगायी है। वीडिओ संदेश भेजकर अप्रवासी मजदूरों ने अपना दुखड़ा बयान किया है। इस मामले में मंत्री बेबी देवी ने मामले में सज्ञान ली है।
जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में नवाडीह प्रखंड के पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र स्थित उपरघाट सहित हजारीबाग और गिरिडीह जिले के कुल 27 अप्रवासी मजदूरों के विदेश में फंसने का मामला एक बार फिर सामने आया है। बोकारो सहित झारखंड के 27 प्रवासी मजदूर साउथ अफ्रीका के कैमरून में फंसे हुए हैं। पिछले चार माह से मजदूरों को कंपनी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है।
विदेश में फंसे मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर यह जानकारी दी है। साथ हीं सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है। उन्होंने बकाया वेतन के भुगतान की मांग भी की है।
कैमरुन में फंसे मजदूरों में बोकारो जिला नवाडीह प्रखंड के हद में उपरघाट के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के कडरूखुटा रहिवासी मोहन महतो, डेगलाल महतो, गोविंद महतो, चुरामन महतो, जगदीश महतो, मुरारी महतो, लखी राम, पुसन महतो, गोनियाटो रहिवासी कमलेश कुमार महतो, महेश कुमार महतो, दामोदर महतो, मुकुंद कुमार नायक, नारायणपुर रहिवासी परमेश्वर महतो, धवइया रहिवासी अनु महतो, धनेश्वर महतो, रालीबेड़ा रहिवासी सितल महतो, आदि।
कुलदीप हांसदा, गिरिडीह जिला के हद में सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी रहिवासी सुकर महतो, डुमरी थाना क्षेत्र के अतकी रहिवासी रमेश महतो, विजय कुमार महतो, दूधपनिया रहिवासी दौलत कुमार महतो, हजारीबाग जिला के हद में बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के अचलजामु रहिवासी बिसुन, जोबार रहिवासी टेकलाल महतो, खरना रहिवासी छात्रधारी महतो, भीखन महतो, चानो रहिवासी मजदूर चिंतामण महतो शामिल हैं।
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