बुंदिया और मूढी खाने की वजह से फूड प्वाइजनिंग के शिकार बच्चे हुए अस्वस्थ
प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum District) के हद में गुवा के कैलाश नगर बकल् हटिंग में बीते 26 मई को शादी समारोह का खाना खा कर 14 बच्चे बीमार हो गए। गुवा हॉस्पिटल (Gua Hospital) में सभी का इलाज किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शादी में विषाक्त भोजन करने से बाराती गये 12 बच्चों एवं दो व्यस्क फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। सभी मरीजों काे इलाज के लिये सेल की गुवा अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामला गुवा थाना के हद में मैगनीज लेबल (कैलाश नगर) निवासी मुन्ना तांती के घर की बतायी जा रही है।
घटना के बारे में मुन्ना तांती ने बताया कि उसकी बेटी की शादी 26 मई की रात को थी। इस शादी में ओडिशा के होड़दिया गांव से बाराती आये थे। इस दौरान उसके घर पर बनाये गये खाने को बाराती व शराती (लड़की पक्ष) के सभी लोगों ने खाया।
खाने में किसी प्रकार का विषाक्त पदार्थ नहीं था, लेकिन बाराती अपने साथ बुंदिया और मूढी लाये थे। जिसको खाने की वजह से उनके घर आये मेहमान व अन्य लोगों की तबियत बिगड़ने लगी।
बताया जाता है कि कैलाश नगर बकल् हंटिंग मे मुन्ना दास के बेटी की शादी समारोह मे खाना खा कर उल्टी लुज मोशन होने से बच्चो की हालत बहुत खराब होने से पूरे मुहल्ले मे हाहाकार मच गया। जल्दी जल्दी सभी को गुवा हॉस्पिटल मे भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत ईलाज मे लग गये।
जिससे सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा के हद में नोआमुंडी प्रखंड के अर्ध विधिक स्वयं सेवक दिल बहादुर को सूचना मिलते ही सुबह बच्चों की हालात को देखने गुवा हॉस्पिटल पहुँचकर अभिभावकों से बच्चों की हालत की जानकारी ली। सीएसआर चिकित्सा (CSR Medicine) के लिए फार्म भरा गया। जिससे बच्चों का ईलाज मुक्त मे हो सके। बाद में सभी बाराती स्वस्थ व सुरक्षित अपने घर वापस लौट गये।
विदित हो कि इस घटना की खबर पाकर स्थानीय रहिवासियो ने उनकी स्थिति जानी व चिकित्सकों को बेहतर इलाज करने का निर्देश देते हुये सभी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। गुवा अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अशोक कुमार अमन ने बताया की सभी मरीजों की स्थिति अब पहले से बेहतर है।
स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा है। बावजूद इसके जब तक सभी पूर्णत: स्वस्थ्य नही होगे, उन्हें छोड़ा नही जाएगा। मौके पर सेवारत नर्स पूनम बोसा ने कहा कि बच्चों का बेहतर चिकित्सा कर उनके स्थिति में सुधार किया जा रहा है। बच्चे स्वस्थ व खतरे से बाहर हैं।
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