प्रहरी संवाददाता/चाईबासा। अदिवासियों के महानायक व स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि गुवा में इंटक क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में में सेल महाप्रबंधक कार्यालय के परिसर में मनाई गई। इस अवसर पर इंटक के क्षेत्रीय सचिव एवं बाबा तिलका मांझी सचिव भूषण लाल के मार्गदर्शन में दर्जनों लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा को माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
इंटक उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह ने कहा कि इसी दिन साल 1900 में रांची जेल में बिरसा मुंडा ने अंतिम सांस ली थी। प्रदेश में भगवान की तरह पूजे जाने वाले बिरसा मुंडा की 123वीं पुण्यतिथि पर लोगों ने उन्हें नमन किया।
बिरसा मुंडा ने 19वीं शताब्दी में अपने क्रांतिकारी और समाज सुधार गतिविधियों से आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदल दी थी। बाबा तिलका मांझी के सचिव भूषण लाल ने कहा कि, ‘धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा के शहादत दिवस पर शत-शत नमन है। धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा अमर रहें।
झारखण्ड के वीर शहीद अमर रहें! जय झारखण्ड! ‘इंटर के क्षेत्रीय सचिव दुच्चा टोप्पो ने कहा कि, ‘खूंटी के वीर, अमर शहीद धरती आबा बिरसा मुंडा जी के शहादत दिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन।
अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान कर मात्र 25 साल की उम्र में अपने प्राणों की आहुति देनेवाले भगवान बिरसा मुंडा जी के शहादत को देश सदैव याद रखेगा ‘इंटर के क्षेत्रीय सचिव जय सिंह नायक ने कहा कि ‘जल, जंगल, ज़मीन तथा जनजातीय अस्मिता और संस्कृति की रक्षा के लिए लड़ने वाले महान योद्धा, आदि।
स्वतंत्रता सेनानी “धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी” की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन ‘उक्त अवसर पर गोवा के दर्जनों युवाओं में काफी उत्साह देखा गया। सब भागीदारी निभाते हुए माल्यार्पण कर एक सच्चे मसीहा के रूप में गुवा में आज उन्हें याद किया।
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