जनता परेशानी अशोक सिंह/बगोदर(गिरिडीह)। बगोदर प्रखंड के हद में बेको हेंसला मुख्य पथ की स्थिति काफी दयनीय हो चुका हैं। जिससे आम रहिवासियों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। लोगों को इस रास्ते से गुजरना मुहाल हो चुका है।
बताया जाता है कि इस मार्ग में जलजमाव से प्रतिदिन एक ना एक वाहन तलाब रुपी सड़क पर फंस जाती है। बता दें कि इस रास्ते से होकर ही राष्ट्रीय राजमार्ग दो गोपालडीह से बेको होते हुए चौधरीबांध, चिचाकी, कुसमरजा आदि पंचायतों के दर्जनों गांवों को जोड़ता हुए पुन: राष्ट्रीय राजमार्ग तिरला मोड़ हेंसला में मिलाता है। इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों चारपहिया व दोपहिया वाहन गुजरते हैं। बगोदर सरिया तथा इसरी बाजार के रहिवासियों के रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए इसी मार्ग से होकर आवागमन का एकमात्र साधन है। जिसमें दो बड़े सहित तीन छोटे छोटे स्टेशन से होकर गुजरते हैं। मार्ग में छोटे बडे गड्ढे हो जाने से महिनों पानी जमा रहता हैं। इससे लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी होती है। हालांकि इस पथ का सुदृढ़ीकरण व चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। बावजूद इसके यहां का निर्माण कार्य इस तरह चल हैं जैसे कछुआ की गति हो।
बताया जाता है कि संवेदक की लापरवाही के कारण कई जगह पुलिया निर्माण के लिए गड्ढा करके छोड़ दिया है। जिससे वाहन चालको सहित आसपास के रहिवासियों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। रहिवासियों ने बताया कि ग्यारह माह पूर्व बगोदर के तत्कालीन विधायक नागेंद्र महतो ने रोड के सुदृढ़ीकरण व निर्माण कार्य के लिए इसका शिलान्यास किया था। इस दौरान रोड का निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा था। जिससे लोगों में खुशी थी कि बहुत जल्द यह मार्ग दुरुस्त हो जाएगा। इस बीच राज्य में सरकार बदलते ही इसका निर्माण कार्य अचानक रूक गया। कई महीने बाद कार्य पुन: शुरू हुआ लेकिन वह कछुआ की गति से चल रहा है।
स्थानीय बेको पुर्वी पंचायत के मुखिया टेकलाल चौधरी ने बताया कि उनके द्वारा इस जर्जर मार्ग निर्माण से संबंधित संवेदक से कई बार सपंर्क कर गड्डे को भरने के साथ निर्माण कार्य में गति देने को ले बात हुई। बावजूद इसके संवेदक ने कार्य के प्रति गंभीरता नही दिखाई।
207 total views, 3 views today