आगजनी, तोड़फोड़ जैसे हिंसक आंदोलन समस्या का समाधान नहीं-आइसा

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। आगजनी, तोड़फोड़, आत्महत्या जैसे हिंसक आंदोलन किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। आइसा- इनौस शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक आंदोलन का पूरजोर एवं सक्रिय समर्थन करेगी।

छात्र- युवाओं के भविष्य से सरकार खिलवाड़ करना बंद करे। बार्डर की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सेना के सभी संस्थानों में खाली पड़े तमाम पदों पर अविलंब स्थाई बहाली किया जाए। अग्निपथ भर्ती योजना वापस हो।

उक्त बातें 17 जून को समस्तीपुर शहर (Samastipur City) के विवेक-विहार मुहल्ला में आइसा- इनौस के संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव सुनील कुमार, जिलाध्यक्ष लोकेश राज, इनौस जिलाध्यक्ष राम कुमार, महिला अधिकार कार्यकर्ता सह ऐपवा जिलाध्यक्षा बंदना सिंह, किसान महासभा के ललन कुमार, आइसा- इनौस जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही।

नेताओं ने कहा कि अपने घोषणानुसार दो करोड़ प्रति वर्ष नौकरी देने के बजाय अब सरकार जान बूझकर छात्र- युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। इतना ही नहीं सरकार बार्डर एवं देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। अब सेना के सभी संस्थानों में 4 साल की बहाली के लिए अग्निपथ कानून लेकर आई है। यह छात्र- युवा विरोधी के साथ देश विरोधी कदम है।

सरकार (Government) के इस कदम से सेना में निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा। यह देश के लिए आत्मघाती साबित होगा। सरकार ऐसे देश विरोधी कानून को वापस ले। नेताओं ने संघर्षरत छात्र- युवाओं से अपील करते हुए कहा कि हिंसक आंदोलन किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। उनके शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक आंदोलन का आइसा- इनौस समर्थन करेगी।

जिला सचिव सुनील कुमार (District secretary Suni Kumar) ने कहा कि आइसा 17 जून को घोषित राज्य स्तरीय आंदोलन को स्थगित कर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम छात्र- युवाओं के नाम अपील करती है। उन्होंने छात्र- युवा- अभिभावकों से 18 जून को अग्निपथ कानून को वापस लेने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से बिहार बंद आंदोलन को सफल बनाने की अपील की।

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