महाप्रबंधक कार्यालय के शमक्ष असंगठित मजदूरों ने किया प्रदर्शन

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में सीसीएल कथारा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष 20 अक्टूबर को असंगठित मजदूर इंटक के बैनर तले सैकड़ो असंगठित मजदूरों ने अपनी पांच सूत्री मांगो के समर्थन में विशाल प्रदर्शन व् सभा किया। अध्यक्षता झारखंड प्रदेश असंगठित मजदूर कांग्रेस के बोकारो जिला महामंत्री संतोष कुमार आस ने की।

इस अवसर पर जिला महामंत्री आस ने कहा कि कथारा क्षेत्र के विभिन्न कोलियारियों एवं वाशरियों में विगत कई वर्षों से कार्यरत हजारों असंगठित मजदूर जिन्हें 5 वर्षों से काम से हटा दिया गया है।

पुनः बहाली के सवाल पर कथारा बचाओ आंदोलन के तहत झारखंड प्रदेश असंगठित मजदूर कांग्रेस (Congress) और राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ (डी) के संयुक्त तत्वावधान में अपनी मांगों के समर्थन में लड़ाई लड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई पिछले 5 वर्षों से महाप्रबंधक कार्यालय से लेकर संसद तक चल रही है। प्रबंधन से सैकड़ों बार वार्ता हो चुकी है। हर बार मजदूरों की मांगों को प्रबंधन जायज ठहरा रही है, लेकिन उसे लागू करने में विलंब करना समझ से परे है।

राकोमसं (डी) के सीसीएल रीजनल अध्यक्ष इसराफिल अंसारी उर्फ बबनी ने कहा कि इस इलाके के तमाम जमीन सीसीएल द्वारा अधिग्रहण किऐ जाने के बावजूद यहां के स्थानीय रहिवासी पलायन कर रहे हैं, जबकि दो नंबरी अफसर मालामाल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत कैप्टिव पावर प्लांट कथारा को बंद कर दिया गया।

वहां तैनात निजी सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया, ताकि बेरोकटोक राष्ट्रीय संपत्ति को लूटा जा सके। उन्होंने कहा कि इन्ही मजदूरों को हटाकर वाशरी को जर्जर कर दिया गया जो बर्दाश्त से बाहर है।

राकोमसं (डी) के क्षेत्रीय सचिव वरुण कुमार सिंह ने कहा कि साजिश के तहत कोयला उद्योग को निजी मालिकों को बेचने के मकसद से प्रबंधन और केंद्र सरकार कोयला उद्योग को डुबाने पर तुली हुई है। जबकि वर्ष 1971 एवं 73 में देश की प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने एकमुश्त कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया था।

असंगठित मजदूर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह उर्फ कुट्टू सिंह ने कहा कि मजदूर आंदोलन कभी भी बेकार नहीं हुआ है। अगर हमारी मांगे 15 दिनों के अंदर लागू नहीं की जाती है तो अनिश्चितकाल के लिए कथारा प्रक्षेत्र का उत्पादन और डिस्पेच बंद कर दिया जाएगा। सभा को बीएंडके अध्यक्ष देवतानंद दुबे, मोहम्मद फारुक, गणेश गोप, मोहम्मद जानी आदि वक्ताओं ने संबोधित किया।

मौके पर प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधिमंडल ने उप कार्मिक प्रबंधक गुरु प्रसाद मंडल को 5 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें 15 दिनों के अंदर मांगों पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन को लेकर चेतावनी दी गयी।

धन्यवाद ज्ञापन मोहम्मद मुर्शीद अंसारी ने किया। मौके पर सुरेंद्र सिंह, कौसर अंसारी, विनोद यादव, चंद्रदेव मरांडी, गिरीश्वर मांझी, तारा सिंह, मोहम्मद हामिद, बालेश्वर प्रजापति, अनिल कुमार, बेनी महतो, कपिल प्रसाद, लालजी प्रसाद आदि क्लीनिंग, ठेका मजदूर व् काम से बैठाए गये निजी सुरक्षा कर्मी मौजूद थे।

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