रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। इलेक्ट्रोस्टील वेदांता की ओर से बिछाए गए पानी पाईप लाईन से प्रभावित महाल गांव के रैयतों, इलेक्ट्रो स्टील प्रबंधन व् प्रशासन की उपस्थिति में 13 मार्च को आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता विफल रहा। रैयतों ने आन्दोलन जारी रखने की बात कही।
जानकारी के अनुसार प्रभावित रैयत नियोजन को लेकर विगत चार दिनों से जारी धरना चौथा दिन भी जारी रहा। धरना के चौथे दिन 13 मार्च को चंदनकियारी सीओ रवि कुमार आनंद व् कंपनी प्रबंधन के आईआर जीएम लक्ष्मण राव के बीच अमलाबाद ओपी में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई।
वार्ता में रैयत जहां नौकरी की मांग पर अड़े रहे। कंपनी ने ग्रीवांस नंबर जिन्हें दिया गया है, वैसे सभी परिवार के एक एक सदस्य को प्राथमिकता के आधार पर नियोजन देने की बात कही। कंपनी का कहना है कि जिनके परिवार को नौकरी मिला है उन्हे कुछ दिन बाद दिया जायेगा। रैयतों ने कहा कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक नियोजन नही मिल जाता।
आंदोलनकारियों ने कहा कि वेदांता कंपनी शुरू से ही फूट डालों राज करो की नीति पर चल रही है। रैयतों को हक देना नहीं चाहती। जमीन देते समय पूर्ववर्ती कंपनी हर रैयतों को नियोजन की बात कही थी।
वार्ता में वेदांता के प्रतिनिधि लक्ष्मण राव ने रैयतों से एक सप्ताह के अंदर जांचोपरांत मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया।
हालांकि 14 मार्च को मुखिया शीतल सिंह समेत अन्य प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया गया है। जिसपर रैयत नही माने और लिखित आश्वासन का मांग किया। मौके पर मुखिया शीतल सिंह, विक्रम सिंह, सुदाम सिंह, ओपी प्रभारी रवि शंकर समेत अन्य उपस्थित थे।
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