जिले में संक्रमण का दर जरूर कम हुआ है मगर खतरा बरकरार-उपायुक्त

कुल सैम्पल जमा 501209 जिसमें 482057 निगेटिव तथा 19152 पॉजीटिव
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला उपायुक्त राजेश सिंह (Bokaro district deputy commissioner Rajesh Singh) बताया कि कोरोना संक्रमण की खतरे को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के अलावे सभी प्रखंडो के पंचायतो व दूर दराज के हाट-बाजारों में विशेष अभियान के तहत शिविर लगाकर सैम्पल कलेक्शन व टीकाकरण किया जा रहा है। जिससे बोकारो जिले में संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में अबतक कुल 501209 सैम्पल जमा हुआ, जिसमें 482057 निगेटिव तथा 19152 पॉजिटिव प्राप्त हुआ है।

साथ ही 23 जून को जिले में कुल 3178 लोगो की कोरोना जांच की गई, जिसमें कुल 9 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी के सहयोग से जिले में संक्रमण का प्रकोप कम हुआ, मगर संभावित संक्रमण के तीसरी लहर को लेकर खतरा अभी भी बरकरार है।

उपायुक्त राजेश सिंह ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि शत प्रतिशत टीकाकरण अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए जिले को संक्रमण मुक्त बनाने में सभी लोग जिला प्रशासन का सहयोग करें। साथ ही वर्तमान में कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए मास्क, सामाजिक दूरी का अनुपालन, साफ- सफाई पर विशेष रूप से ध्यान रखते हुए दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने जिला वासियों से कहा कि अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले।

कोविड 19 नियमो का अनुपालन सभी लोग अनिवार्य रूप से करें। उपायुक्त सिंह ने कहा कि कोविड टेस्ट का मुख्य उद्देश्य लोगों को संक्रमण के प्रति सतर्क और सावधान करना है, ताकि लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद क्या क्या आवश्यक सावधानी बरतते हुए कोविड नियमों का अनुपालन करें तथा स्वयं व अपने परिवार के साथ दूसरों को संक्रमित होने से बचा सके। उन्होंने कहा कि कोविड टेस्ट कराते समय ये कोई नहीं चाहता कि उसका परिणाम पॉज़ीटिव आए, लेकिन जब आता है तो किसी की भी चिंता बढ़ सकती है। जैसे ही आपको कोविड पॉज़ीटिव का पता चले, बेहतर यही है कि आगे क्या करना है इसकी तैयारी कर ली जाए।

उन्होंने कहा कि 80 प्रतिशत मामले हल्के या मध्यम स्तर के हैं। ज़्यादातर मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती होने की भी ज़रूरत नहीं पड़ रही है। फिर भी पॉज़ीटिव आना चिंताजनक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि सही समय पर अगर इलाज शुरू हो जाए, तो मामला बिगड़ने से बचा जा सकता है। ऐसे में आपको जैसे ही अपने टेस्ट का परिणाम मिल जाए, सबसे पहले डॉक्टर से सलाह करें। क्या दवाएं खानी होंगी, डाइट में क्या बदलाव होंगे और क्या सावधानियां बरतनी होंगी, एक मेडिकल एक्सपर्ट आपकी इन सभी चीज़ों में मदद करेगा।

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