टापू बना चेंबूर का सेल कॉलोनी

जल जमाव के कारन पंगू बने वार्ड 149, 151 और 153 के नागरिक

मुश्ताक खान /मुंबई। मानसून से पहले करीब दो बार मनपा परिमंडल पांच के सहाय्यक मनपा आयुक्त पृथ्वीराज चव्हाण और नगरसेवकों की टोली ने एम पश्चिम विभाग के लगभग सभी नाले – गटर व जल निकासी के रास्ते का निरीक्षक किया था।

इसके बावजूद गुरुवार देर रात हुई भारी बारिश के बाद विभिन्न स्थानों पर जलजमाव होने के कारण आम नागरीकों का जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। चश्मदीदों के अनुसार एम पश्चिम विभाग के वार्ड क्रमांक 149, 151 और 153 सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। बारिश ने यहां के नागरीकों की को पंगू बना दिया है। यहां के लोगों की रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लग गई है।

गौरतलब है की मॉनसून से पूर्व मनपा के सहाय्यक आयुक्त पृथ्वीराज चव्हाण ने अपनी टीम व नगरसेवकों के दल के साथ एम पश्चिम विभाग के सभी गटर व बड़े छोटे नालों का सर्वेक्षण करने के बाद संतुष्टि जताई थी। इसके बाद भी चव्हाण का वार्ड जलमग्न क्यों है।

महज एक रात की बारिश में टापू बना सेल कॉलोनी, इस कड़ी में शक की सुई इन नालों व गटरों को साफ करने वाले ठेकेदारों और इसकी देख- रेख करने वाले अभियंताओं की तरफ जाती है। यहां सवाल उठता है की बड़े – छोटे नाले न गटरों की सफाई में घोटाला तो नहीं? बताया जाता है की आने वाले दिनों में अगर मूसलाधार बारिश हुई तो क्या होगा?

मिली जानकारी के अनुसार मनपा एम पश्चिम विभाग के वार्ड क्रमांक 149 सांताक्रूज चेंबूर लिंक रोड (एससीएलआर) पर घंटों आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा। वहीं तिलक नगर (Tilak Nagar) परिसर में पुलिस स्टेशन, अडानी इलेक्ट्रिसिटी के कार्यालय आदि परिसर के रास्ते में जल जमाव के कारण मुंबईकरों का चलना फिरना दुश्वार हो गया। यह इलाका भाजपा नगरसेवक सुषमा सावंत की हद में है।

इसी तरह वार्ड क्रमांक 151 का भी हालत बद से बदत्तर हो गई है। इस इलाके में चेंबूर (Chembur) के सेल कॉलोनी, मां हॉस्पिटल (Maa Hospital) व आस-पास की सोसायटीयों में बरसाती पानी के घुसने से रहिवासियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के ठक्कर बप्पा कॉलोनी, जिसे चर्म उद्योग नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहां रोज कमाने खाने वाले लोग रहते हैं। लॉकडाउन के बाद यहां का कारोबार लगभग ठप्प हो गया है।

बताया जाता है की लॉकडाउन से पहले यहां जो सेठ हुआ करते थे, अब वे कहीं न कहीं नौकरी कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य कई ऐसे स्थान हैं जो पूरी तरह जलमग्न हो गया है। यह इलाका भाजपा नगरसेवक राजेश फुलवरिया का है। इससे भी बदत्तर स्थिति में मनपा का वार्ड क्रमांक 153 है। इस इलाके की अधिकांश सोसायटीयों के नागरीक जल जमाव की वजह से बाहर नहीं निकल पाये।

चूंकि इन सोसायटीयों में कहीं गटर तो कहीं नाली का गंदा पानी घुस गया है। जिसके कारण सोसायटी के लोग बाहर निकने के बजाय सुरक्षा की दृष्टी से अपने -अपने घरों में ही बंद रहे। स्थानीय नागरीकों के अनुसार मनपा का चुनाव वर्ष 2017 में हुआ था। उसके बाद से इस इलाके के नगरसेवक अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे। इन नगरसेवकों की नींद मॉनसून के आने से एक माह पहले खुलती है।

जबकि इनके पास एक बारिश से दूसरी बारिश तक काफी वक्त होता है, इन समस्याओं को सुलझाने के लिए। नाम न छापने की शर्त पर एक रहिवासी ने कहा की यहां की नगरसेविका शायद मॉनसून की राह देख रही थी। इस वार्ड में भाजपा की नगरसेविका आशा ताई सुभाष मराठे हैं। हालांकि पहली बार भाजपा के टिकट पर चुनकर आई मराठे ने क्षेत्र में काफी काम किया है।

 573 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *