माले जिला कमिटी की बैठक में लिया गया आंदोलन का निर्णय

आगामी 25 सितंबर को भारत बंद कराएगी भाकपा माले-धीरेंद्र झा

एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। भाकपा माले कंट्रोल कमीशन (Bhakpa Male Control commission) के चेयरमैन कॉमरेड बी. बी. पांडेय, एक्टू नेता कॉ किशन समेत कोरोना, बाढ़, ठनका, सड़क दुर्घटना, दिल्ली किसान आंदोलन आदि के मृतकों की याद में दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि देने के साथ ही 29 अगस्त को शहर के माल गोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय में जिला कमिटी की एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राज्य कमिटी द्वारा जारी सरकुलर का सामूहिक पाठ किया गया।

बैठक को संबोधित करते हुए पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी कॉ धीरेंद्र झा ने कहा कि महंगाई रोकने, दो करोड़ नौजवानों को प्रति वर्ष रोजगार देने, कालाधन विदेश से लाने, भ्रष्टाचार रोकने आदि को लेकर सत्ता में आई भाजपा की मोदी सरकार घोषणा के विपरीत कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि रोजगार देने की बात तो दूर पहले से नौकरी कर रहे लोगों की छटनी की जा रही है। महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। सरकारी संपत्ति रेल, लाल किला, बैंक, एलआईसी, जहाज, एचपीसीएल, खान आदि बेच दिया गया है। निजीकरण ताबड़तोड़ रूप से सरकार कर रही है। बचे- खुचे देश के धरोहर को भी बेचने की तैयारी सरकार कर ली है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों का आंदोलन अनवरत जारी है। हठधर्मी केन्द्र सरकार किसान आंदोलन को कुचलने की चौतरफा कोशिश कर रही है। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बहुसंख्यक किसानों का फसल बर्बाद हो गया है, लेकिन सरकार के इशारे पर कृषि अधिकारी शून्य रिपोर्ट भेजकर फसल क्षति मिलने का रास्ता बंद कर रही है।

इसे लेकर गांव- पंचायत में किसान पंचायत का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजीकरण के खिलाफ आगामी 25 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। भाकपा माले इसे सड़क पर उतरकर मजबूती से लागू करेगी।

झा ने कहा कि कोरोना से जितनी मौतें हुई, उससे अधिक मौतें कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण हुई। यहाँ राज्य अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र तक की दयनीय स्थिति है। कई तो जर्जर एवं बंद है। इसमें सुधार को लेकर महिला, बच्चा के डाक्टर की उपलब्धता समेत एंबुलेंस, आक्सीजन, वेंटिलेटर, बेड, नर्स, टेक्निशियन आदि की मांग पर भाकपा माले संघर्षरत है। इसे लेकर नगर- पंचायत में स्वस्थ बिहार- हमारा अधिकार सम्मेलन किया जाएगा।

मौके पर प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि जिले में शहर से लेकर गांव तक में वर्षा के जल जमाव से दयनीय स्थिति है। तीन महीने से अधिक समय से लोग जल कैदी बने हुए हैं, लेकिन बिहार की नीतीश सरकार एवं प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगता है।

इसके खिलाफ माले आंदोलन तेज करेगी।यहां पूर्व विधायक कॉ मंजू प्रकाश ने कहा कि बाढ़ एवं अतिवृष्टि से लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। पूर्व में लगा फसल बर्बाद हो गया एवं आगामी फसल लगने की संभावना भी नहीं है। ऐसी स्थिति में माले फसल क्षति मुआवजा, मवेशी का चारा, राशन, नगद सहायता राशि को लेकर आंदोलन तेज करेगी।

इस अवसर पर जीबछ पासवान, हरिकांत झा, महावीर पोद्दार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, बंदना सिंह, रामचंद्र प्रधान, सत्यनारायण महतो, अमित कुमार, दिनेश कुमार, पूर्व विधायक मंजू प्रकाश, अजय कुमार, आशिफ होदा, राज कुमार चौधरी, फूल बाबू सिंह, फूलेंद्र प्रसाद सिंह, उपेंद्र राय, प्रमिला राय, मनीषा कुमारी आदि ने बैठक में भाग लेकर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव उमेश कुमार ने किया।

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