मेला में अप्रत्याशित भीड़ से व्यवस्था में आई कमी होगी दूर-सुमित कुमार सिंह

बत्तीस दिवसीय हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला का विधिवत समापन

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में पिछले 32 दिनों से चल रहे विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला का 26 दिसंबर को विधिवत समापन कर दिया गया।

इस अवसर पर बिहार के विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने चल रहे विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष मेला में अप्रत्याशित भीड़ जुटने के कारण मेला व्यवस्था में जो थोड़ी बहुत कमियां दिख रही हैं, वह अगले वर्ष दूर हो जाएंगी।

उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष मेला पर कोविड (कोरोना) का प्रभाव रहा, जिसके कारण मेले पर रंग नहीं चढ़ रहा था। लेकिन इस वर्ष भीड़ अप्रत्याशित रही है। मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित सभी प्रबुद्ध जनों से यह भी निवेदन किया कि मेला क्षेत्र के विकास के लिए केवल सुझाव ही नहीं दें, बल्कि इसके विकास में बढ़चढ़ कर सहयोग दें। जिससे मेले की स्थिति और बेहतर हो।

उन्होंने कहा कि सोनपुर मेला की तैयारी के लिए सारण डीएम एक रोड मैप तैयार कर लें, जिससे अगले वर्ष कोई कठिनाई नहीं हो। उन्होंने कहा कि नव वर्ष आ रहा है। सक्षम रहिवासी बाहर पिकनिक मनाने चले जाते हैं। स्थानीय आम अवाम के लिए सोनपुर में ही मनोरंजन की व्यवस्था हो। इस पर ध्यान देने की जरुरत है।

उन्होंने कहा कि मेला उद्घाटन समारोह के दौरान ही उन्होंने कहा था कि मेले के विकास में सभी की सहभागिता हो। उन्होंने स्थानीय राजद विधायक डॉ.रामानुज प्रसाद को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगले वर्ष और बेहतर ढंग से मेले का आयोजन किया जाएगा।

इसके लिए सरकार के स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे है। कहा कि उक्त मेले का अपना धार्मिक, अध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। मेले का बेहतर आयोजन के लिए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन बधाई के पात्र है।मेले मे आने वाले पर्यटक बेहतर अनुभव लेकर जाए यह प्रयास होना चाहिए।

*मेला को उजड़ने नहीं दूंगा, चल रहा कुचक्र-डॉ रामानुज प्रसाद*
सोनपुर के राजद विधायक डॉ रामानुज प्रसाद ने इससे पूर्व समापन समारोह को संबोधित करते हुए अपने ही सरकार को आरे हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पहले सारण और वैशाली जिला प्रशासन की संयुक्त मेला मीटिंग होती थी।

एक मीटिंग हाजीपुर में भी होती थी जिसमें स्थानीय गणमान्य जनों और पत्रकारों की भी सहभागिता होती थी। उन्होंने मेला विकास के लिए डीएम से सशक्त मेला कमिटी बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह सोनपुर मेला हमारी पहचान है, शान है और यहां के आम अवाम की रोजी रोटी से भी जुड़ा हुआ है।

उन्होंने मेला अवधि का विस्तार करने की मांग की। कहा कि सरकारी स्तर पर मेला समापन के बाद भी यह मेला तीन माह तक लगा रहता है। इसलिए पानी, बिजली, साफ सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था बहाल रहनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस मेला को किसी भी स्थिति में उजड़ने नहीं दूंगा। इसे उजाड़ने के लिए भीतर खाने में कुचक्र चल रहा है। कहा कि पहले पूरी सरकार उठकर मेले में आया करती थी।

विधायक की पीड़ा सही-यादव

बिहार विधान परिषद सदस्य विरेन्द्र नारायण यादव ने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले को लेकर स्थानीय विधायक की जो पीड़ा है वह सही है। यहां प्रशासनिक स्तर पर जो कार्य हुए और योजनाओं को बनाया गया जिससे मेला में कोई अप्रिय घटना नही घटी।

इसके लिए प्रशासन बधाई का पात्र है। इस अवसर पर सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि प्रत्येक दिन पर्यटको की भीड़ मेले में जमी रही। मेले में विविध प्रकार के गतिविधियों का आयोजन हुआ, उसके कारण भी पर्यटक आकर्षित हुए।

उन्होंने कहा कि यहां यह कहा जाता था कि थियेटर के अलावे मेला में और कुछ नहीं। इसको ध्यान में रखते हुए इस बार बहुत लोकप्रिय और बेहतर कार्यक्रम आयोजित किए गए। अगले साल के मेले के लिए अभी से तैयारी करना शुरु कर दिया गया है। इसके लिए कमिटी का निर्माण कर लिया गया है।

इस अवसर पर एसडीओ कुमार निशांत विवेक, एसडीपीओ नवल किशोर सहित कई अन्य मौजूद रहे। इससे पूर्व डीएम समीर ने मंत्री सहित सभी आगत अतिथियों को अंग वस्त्र एवं बाबा हरिहरनाथ का प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। सारण के अपर समाहर्ता मो.मुमताज आलम ने स्वागत भाषण दिया।

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