महामारी के समय कोविड हेल्प सेंटर मरीजो के लिए बना सहारा-सुनील

डॉक्टरों की सलाह,ऑक्सीजन सिलेंडर एवं मेडिसिन के लिए लोग करते हैं संपर्क-सुरेन्द्र
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। आइसा, इनौस, ऐपवा एवं माले द्वारा समस्तीपुर शहर (Samastipur city) के विवेक-विहार मुहल्ला में पिछले 26 अप्रैल से शुरू जिला स्तरीय कोविड हेल्पलाइन सेंटर पीड़ितों की लगातार सेवा कर मिशाल कायम करते हुए 27 मई को सफलतापूर्वक एक महीना पूरा कर लिया है। हेल्पलाइन सेंटर के संचालक सदस्य आइसा समस्तीपुर जिला सचिव सुनील कुमार ने बताया कि कोविड हैल्प सेंटर द्वारा जारी सेवा की सराहना लोगों एवं बुद्धिजीवियों में सिर्फ जिला, राज्य ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में चर्चा का विषय बन गया है।
उन्होंने बताया कि जब कोरोना महामारी के डर से लोग एक दूसरे से दूरी बना रहे थे, शहर के अनेकानेक निजी डॉक्टर अपना क्लिनिक बंद कर दिए थे। कोविड एवं सामान्य बीमारियों के मरीज इधर-उधर भटक कर दर- दर की ठोकरें खा रहे थे। कोविड से अधिक अन्य गंभीर बीमारी के रोगी चिकित्सा के आभाव में मर रहे थे। कोरोना महामारी का दूसरा स्टेज चरम पर था। निजी अस्पताल के संचालक और डॉक्टर रोगी को सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज कराने की सलाह दे रहे थे, जबकि सामान्य दिनों में सरकारी अस्पताल के मरीजों को बिचौलियों के माध्यम से अपने निजी क्लिनिक में बुला लिए जाते थे। ऐसी परिस्थिति को देखते हुए आइसा, इनौस, ऐपवा एवं भाकपा माले द्वारा आम जनों की सहायता के लिए सबसे पहले शहर में जिला स्तरीय कोविड हैल्प सेंटर खोल कर लोगों की इलाज के लिए शहर के निजी डॉक्टरों से हेल्पलाइन सेंटर के माध्यम से संपर्क किया गया। लोगों को तत्काल फोन के माध्यम से ही ट्रीटमेंट कराने में सहयोग करते रहे और जरूरतमंद लोगों को हेल्प लाइन सेंटर के सदस्य लोकेश राज, दीपक यादव, दीपक यदुवंशी, वंदना सिंह के द्वारा मेडिसिन, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं राशन घर तक पहुंचाते रहे। उन्होंने कहा कि अभी भी जरूरतमंदों का सहयोग जारी है। सेंटर ने अपने शानदार कार्य का एक महीना लगातार पूरा कर लिया है।
हेल्पलाइन सेंटर के सदस्य सह भाकपा माले समस्तीपुर जिला कमेटी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आपदा में अवसर समझकर निजी अस्पतालों, दवा दुकानदार एवं जांच घर द्वारा सामान्य एवं कोरोना मरीजों से इलाज एवं जांच के नाम पर भारी लूट मचाए था। इसके खिलाफ हेल्पलाइन सेंटर के सदस्य इलाजरत परिजन के साथ मजबूती से खड़ा है और कई इलाजरत परिजनों को नि:शुल्क इलाज कराने में भी हेल्पलाइन सेंटर सहयोग किया है। माले नेता ने बताया कि माले सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी ही नहीं बल्कि जन सारोकार से जुड़ी पार्टी है। उन्होंने कहा कि माले अपने स्थापना काल से जनता की विपत्ति में हमेशा खड़ा रही है और रहेगी। उन्होंने लोगों से अपील किया कि जनाकांक्षा के प्रति समर्पित पार्टी माले को तन मन धन से सहयोग देकर मजबूर करें ताकि और मजबूती से जनसेवा के लिए मैदान में उतरा जाए।

 237 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *