भाजपा नेता द्वारा जमीन कब्जा मामले में सिविल सर्जन की भूमिका संदिग्ध-सुरेंद्र

जिलाधिकारी द्वारा जांच के आदेश के बाद सीएस की बयानबाजी अनुचित-नागरिक मंच

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। भाजपा नेता द्वारा कब्जा किया गया सदर अस्पताल की जमीन एक सप्ताह के अंदर वापस लेने, मामले की जांच कर दोषियों पर कारवाई करने, सिविल सर्जन को हटाने अन्यथा जिलाधिकारी के समक्ष धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय 17 जुलाई को वरिष्ठ नागरिक मंच के बैनर तले समस्तीपुर शहर के विवेक विहार मुहल्ला में एक बैठक कर लिया गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक मंच के संयोजक रामबली सिंह ने की।

बैठक में बतौर मुख्य अतिथि भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल के नाम केशरेहिंद नेचर का 4 एकड़ 71 डिसमिल जमीन है। भाजपा नेता मनोज गुप्ता अपने नवनिर्मित होटल का पार्किंग, रास्ता बनाने के लिए अस्पताल का दक्षिणी-पश्चिमी बाउंड्री तोर कर निर्माण एवं 2-3 कट्टे जमीन में निर्माण सामग्री रखकर कब्जा किया गया है। जानकारी के बाबजूद सिविल सर्जन समेत अंचल अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है।

उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के जिलाधिकारी ने शिकायती आवेदन के बाद जांच का आदेश दिया है। इस बीच सिविल सर्जन अनर्गल बयानीबाजी कर रहे हैं, जो अनुचित है। माले नेता ने कहा कि शहरवासियों के चुप रहने के कारण पुल-पुलिया, कुआं, तालाब- पोखर, बेनामी, सीमा आदि की जमीन पर भू-माफिया कब्जा जमाये बैठे हैं।

उन्हें राजनीतिक एवं संबंधित अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। यह गंभीर चिंताजनक बात है। इसके खिलाफ राजनीतिक दलों, संगठनों, वरिष्ठ नागरिकों, बुद्धिजीवी, छात्र-नौजवानों एवं किसान मजदूरों को आगे आना चाहिए।

बैठक के अंत में एक प्रस्ताव पारित कर एक सप्ताह के अंदर मामले की जांच कर जमीन वापसी, दोषियों पर कारवाई एवं सिविल सर्जन को नहीं हटाया गया तो नागरिक मंच राजनीतिक दलों एवं संगठनों के साथ मिलकर जिलाधिकारी के समक्ष धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।

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