ईश्वर एवं व्यक्ति के बीच संबंध स्थापित करने का पुल है धर्म-डॉ ब्रजकुमार पांडेय

हरिहरनाथ में एक साथ चार पुस्तकों का विमोचन

प्रहरी संवाददाता/सोनपुर (सारण)। सारण जिला के हद में सोनपुर के हरिहर क्षेत्र में लेखकों से संवाद एवं व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एक साथ चार पुस्तकों का लोकार्पण किया गया।

कार्यक्रम में बिहार प्रगतिशील लेखक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ब्रज कुमार पांडेय ने 16 अप्रैल को राजनीतिक एवं बौद्धिक इतिहास के विद्वान सुदीप्त कविराज की पुस्तक का उदाहरण देते हुए कहा कि ईश्वर एवं व्यक्ति के बीच संबंध स्थापित करने में धर्म पुल का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज उस चट्टान की तरह है जिसे कोई हिला-डुला नही सका। पर सामाजिक आंदोलनों ने इसे पिघलाया है।

डॉ पांडेय सोनपुर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर सभागार में आयोजित हरिहर क्षेत्र विचार उत्सव 2023 में मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने चार पुस्तकों का विमोचन किया, जिसमें वैशाली जिले के जितेन्द्र कुमार सिंह की पुस्तक पोषण एवं ऊर्जा का स्रोत मोटा अनाज, आदि।

कपिल देव सिंह की पुस्तक भक्ति भागीरथी, सोनपुर के सारंगधर प्रसाद सिंह की पुस्तक भारतीय संस्कृति और समाज एवं वैशाली जिले के ही हरि विलास राय की पुस्तक राजश्री मोरध्वज शामिल है।

उन्होंने सुदीप्त कविराज की उस पुस्तक की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय समाज पत्थर की चट्टान की तरह है। उसे कोई हिला-डिगा नही सका। गोत्र, प्रवर एवं जाति से निकला भारतीय समाज पत्थर की भांति जड़ है। उसे मनोवैज्ञानिक दण्ड एवं सामाजिक वहिष्कार से ही पिघलाया जा सकता है।

इसी जड़ता को हटाने के लिए महावीर एवं बुद्ध की तरफ से प्रथम सामाजिक क्रांति हुई थी। इस क्रांति से समाज का चट्टान हल्का पिघला। परन्तु बौद्ध धर्म में भी बाद में वही रसायन लौट आया जिससे ज्यादा सफलता नही मिली।परन्तु भक्ति आंदोलन के संत दलित एवं पिछड़े समाज से थे। कबीर, नानक आदि के माध्यम से सामाजिक क्रांति का कारवां आगे बढ़ा।

अंग्रेजों के समय सती प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर लगाम लगाने के लिए राजा राममोहन राय, ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, दलितों के उद्धारक पेरियार, भीमराव, ज्योतिराव फूले के आंदोलनों ने नव जागरण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इन लेखकों से समाज में जागरूकता आयी, परन्तु इन सारे आंदोलनों से भी जड़ता समाप्त नही हुई। पर समय ने करवट बदला तो आज जड़ता समाप्ति की ओर है।

समारोह का संचालन करते हुए साहित्यकार सुरेंद्र मानपुरी ने कहा कि एक साथ चार पुस्तकों का लोकार्पण होना बहुत बड़ी बात है।उन्होंने कहा कि साहित्य को बढ़ावा और समाज की बेहतरी ऐसे पुस्तकों के लेखन व लोकार्पण से ही मिलेगा। मानपुरी ने कहा कि पुस्तकें समाज में सकारात्मक बदलाव का सशक्त माध्यम हैं।

उन्होंने कहा कि पुस्तक और समाज दोनों एक दूसरे के पूरक है। समाज के सकारात्मक बदलाव में पुस्तकों ने सदैव अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान समय में पाठकों और पुस्तकों के बीच बढ़ती दूरी चिंता का विषय है। भक्ति भागीरथी पुस्तक के लेखक और साहित्यकार कपिल देव सिंह ने कहा कि आज समाज में नैतिकता की कमी आ गई है।

आमजनों का जीवन खाने पीने में ही समाप्त हो जा रहा है। मनुष्य का रुझान कैसे आध्यात्म की ओर जाएगा इस पुस्तक में काफी गहराई से चर्चा की गई है। भारतीय संस्कृति और समाज पुस्तक के लेखक व साहित्यकार सारंगधर प्रसाद सिंह ने कहा कि आज समाज में नैतिक मूल्यों में काफी गिरावट आ गई है। यहां करुणा कराह रही है। दया रो रही है तथा सेवा सो रही है।सामाजिक दायित्व की कमी होने से दिनदहाड़े छेड़खानी, दुष्कर्म जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।

कार्यक्रम के आरंभ में आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए मंदिर न्यास समिति के कोषाध्यक्ष निर्भय कुमार ने कहा कि हमें विद्वानों के अनुभव को आत्मसात करना है।इसके उपरांत आगत अतिथियों को अंग वस्त्र भेंट कर अनिल कुमार सिंह, विश्वनाथ सिंह, अभय कुमार सिंह, शंकर सिंह, सहित कई अन्य गणमान्य रहिवासियों द्वारा सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में साहित्यकार, महाकवि व दो दर्जन पुस्तक के लेखक शालिग्राम सिह अशांत, हाईकोर्ट के अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह, जागरण मंच के अनिल कुमार सिंह, राम सुंदर दास महिला महाविद्यालय के सचिव तृप्तिनाथ सिंह, लेखक एवं साहित्यकार सीताराम सिंह, लेखक जितेंद्र कुमार सिंह सहित कई अन्य ने भी सम्बोधित किया।

समारोह में अमरनाथ तिवारी, नित्यानंद सिंह, सुधीर राय, प्रमोद यादव, नागेश्वर राय, राजू सिंह, ब्रज किशोर शर्मा, विजय कुमार शर्मा, धर्मनाथ शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा सहित कई अन्य मौजूद रहे।

हरिहरक्षेत्र, तीर्थ एवं मेला पुस्तक के लेखक अवध किशोर शर्मा सम्मानित

प्रगतिशील लेखक संघ के प्रदेश अध्यक्ष, प्रसिद्ध चिंतक एवं विद्वान डॉ ब्रजकुमार पांडेय ने 16 अप्रैल को हरिहरक्षेत्र, तीर्थ एवं मेला पुस्तक के लेखक अवध किशोर शर्मा को अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति- पत्र से सम्मानित किया। डॉ पांडेय 75 से अधिक पुस्तकों के लेखक और राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रगतिशील लेखक व विचारक हैं।

उन्होंने बाबा हरिहरनाथ मंदिर के सत्संग भवन में आयोजित हरिहरक्षेत्र विचार उत्सव समारोह में वैशाली एवं सारण के चार साहित्यकारों की प्रकाशित चार पुस्तकों का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने सोनपुर को आध्यत्मिक नगरी बताते हुए उसकी प्रशंसा की और कहा कि यहां के रहिवासी जागरुक हैं।

उन्होंने कार्यक्रम के आयोजक साहित्यकार सुरेन्द्र मानपुरी को क्षेत्रीय पत्रकारिता का मानक बताते हुए कहा कि मुझे उन पर गर्व है। वे स्वयं कुछ नही कहते पर उनका काम सभी को उनके बारे में बता देता है। मौके पर पत्रकार राजीव कुमार सिंह चुन्नू, संजीत कुमार श्रीवास्तव, विपिन कुमार सिंह, मनीष कुमार, शंकर सिंह, एसपी सिंह आदि मौजूद थे।

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