डीईओ के सामने परीक्षार्थियों से प्रैक्टिकल सुविधा शुल्क की वसूली

प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला (Giridih district) के हद में बगोदर स्थित रामकृष्ण विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन बगोदर में जिला शिक्षा पदाधिकारी पुष्पा कुजूर की मौजूदगी में परीक्षार्थियों का प्रैक्टिकल एग्जाम (Practical Exam) सुविधा शुल्क 23 सितंबर को लिये जाने की खबर प्रकाश में आया है।

जानकारी के अनुसार यहां खुले तौर पर छात्र छात्राओं से प्रैक्टिकल देने के पूर्व प्रति छात्र से एक हजार रूपये की वसूली कर परीक्षा हॉल के लिए इंट्री दी गई। डीईओ (DEO) की मौजूदगी में लाइन लग कर छात्रों को बेडशीट, तकिया का कवर, पौधा लगाने के लिए गमले और रुमाल इत्यादि सामग्री वसूली की गई।

छात्रों से काॅलेज कैंपस में डीईओ की मौजूदगी में वसूली की सूचना एक संवाददाता को जब मिली, सच्चाई जानने के लिए उक्त संवाददाता कॉलेज केंपस रामकृष्ण विवेकानंद कॉलेज आफ एजुकेशन पहुंचे।

उस कमरे में पहुंचे जहां डीईओ छात्रों से प्रैक्टिकल में नंबर देने के नाम पर बारी बारी से सामग्रियों की वसूली कर रही थी। संवाददाता द्वारा फोटोग्राफी की गई। सामग्रियों की वसूली के  बाबत डीईओ से पूछा गया। उन्होंने इस बावत जवाब देने से साफ मना कर दी।

इस दौरान मौजूद कई कालेज कर्मियों ने फोटोग्राफी नहीं करने की नसीहत दी। पूरे मामले को कैमरे में कैद करने के बाद संवाददाता कैंपस से बाहर आ रहे थे, इसी दौरान कई कालेज कर्मियों द्वारा पहले रोकने की कोशिश की गई। फिर मोबाइल छीनने का प्रयास किया गया।

संवाददाता के कड़े रुख के कारण काॅलेज कर्मी नाकाम रहे। मगर अखबार में खबर नहीं छपे इसके लिए काॅलेज प्रबंधन द्वारा ताबड़तोड़ संवाददाता के मोबाइल पर फोन किया गया। खबर नहीं छापने की नसीहत दी गई।

बताया जाता है कि तकरीबन सैकड़ों छात्र छात्रा हाल ही में डीएलएड का एग्जाम दिए हैं। एग्जामिनेशन के पश्चात कॉलेज कैंपस में डीईओ की मौजूदगी में प्रैक्टिकल एग्जाम की औपचारिकता पूरी की गई।  इसी औपचारिकता के लिए सामग्रियों की वसूली की कड़ी जुड़ी है।

ईधर रामकृष्ण विवेकानंद कॉलेज आफ एजुकेशन के संस्थापक कमल देव सिंह से पूछने पर उन्होंने कहा कि सिलेबस में तकिया, बैडसीट, चादर लेने की परीपाटी शामिल है। यह पूछे जाने पर कि क्या मार्कस के नाम पर जबरन सामग्री लेने का प्रवाधन सिलेबस मे है क्या।

प्रैक्टिकल के नाम पर एक हजार रुपए लेकर रसीद छात्रों को दिया गया, यह पूछने पर खामोश हो गए। पूरे घटनाक्रम सुबह तकरीबन 10 से 4 बजे तक 23 सितंबर को रामकृष्ण विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन में चला। पूरे मामले के दौरान कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया।

डीएलएड की परीक्षा के पश्चात बच्चे बच्चियों को प्रैक्टिकल दिलाने के लिए पहुंचे अभिभावकों में बाजार से सामग्रियों की खरीदारी को लेकर दिनभर आपाधापी मची थी। जिले के अधिकारी की मौजूदगी में छात्र छात्राओं से अवैध वसूली मामले की जांच के बाद हीं सच्चाई सामने आएगी।

इधर वैसे छात्र-छात्राओं में प्रैक्टिकल में नंबर कम मिलने का खौफ है, जिन्होंने पैरवी के बल पर कॉलेज में सुविधा शुल्क जमा नहीं कराए और प्रैक्टिकल परीक्षा में सम्मिलित हो गए।

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