प्रीपेड मीटर का 6.74 लाख का बिल देख चक्कर खाकर बेहोश हुई शहजादी

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। विद्युत विभाग द्वारा लगाये गये स्मार्ट प्रीपेड मीटर ने कम समय में हीं बिहार में अच्छी पहचान बना ली है। इस मीटर की कारस्तानी अब बिहारवासियों का सर चढ़कर बोलने लगा है।

इसी क्रम में समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर की एक महिला 8 सितंबर को प्रीपेड मीटर का बिल 6 लाख 74 हजार रुपये देखकर बेहोश हो गयी। महिला मजदूर परिवार की उपभोक्ता शहजादी खातुन बतायी जा रही है।

मामला ताजपुर नगर परिषद क्षेत्र के कस्बे आहर वार्ड-19 रहिवासी शहजादी खातुन का है, जिनके घर में जुलाई के अंत में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाया गया था। अगस्त माह में अचानक 6 लाख 74 हजार 547 रूपये का बिल आ गया।

बिल सुनते ही गरीब उपभोक्ता चक्कर खाकर गिर गयी। उन्हें बुजुर्ग व बीमार पिता हसन रजा ने संभालते हुए बताया कि उनकी बेटी यहीं रहकर घर का कार्य संभालती है। इसलिए बिजली कनेक्शन उन्हीं के नाम से ले लिया गया है।

हसन ने बताया कि विभाग द्वारा उसके घर में बीते 24 जुलाई को स्मार्ट मीटर लगाया गया था। उसके बाद बिल बढ़ने लगा। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को कुल बकाया 4 हजार 94 रूपये का भुगतान कर दिया गया था। इसके बाद 4-5 बार 5-5 सौ रुपये का रिचार्ज किया गया।

सप्ताह भर के भीतर ही रिचार्ज समाप्त हो जाता था। उसके बाद अचानक ही 31 अगस्त तक पौने सात लाख रूपये के करीब बिल भेजा गया‌ है। इस सूचना के बाद उसकी पुत्री शहजादी खातुन सकते में है।

इस बाबत विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा समस्तीपुर जिला संयोजक सह भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने 8 सितंबर को कहा कि प्रीपेड मीटर में ज्यादा बिल उठने की जनता की लगातार शिकायत आ रही है।

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व अस्पताल चौक के सुरेश कुमार का बार- बार रिचार्ज करने के बाबजूद आपूर्ति ठप्प था, जिसे कार्यपालक अभियंता को शिकायत कर ठीक कराया गया था। बताया कि मानपुरा में भी एक उपभोक्ता को बिजली का भारी बिल आया था जिसे ठीक कराया गया।

उन्होंने कहा कि बकौल उपभोक्ता सर्वर डाउन रहने पर रिचार्ज नहीं होना, शाॅट लगने पर उठा उच्चतम केवीए के अनुसार लगातार बिल लगना, मीटर में बिल लगातार अपडेट नहीं होना, रिचार्ज के बाबजूद बिजली आपूर्ति बंद हो जाना, बिल में लगातार बदलाव होना जैसे कई खामियां प्रीपेड मीटर में है।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह बात विभाग जानती है। इसलिए कोई भी सरकारी विभाग, कार्यालय, अधिकारियों के आवास आदि में इसे नहीं लगाकर आम उपभोक्ता को बली का बकरा बनाया जा रहा है। इसलिए इस पर रोक लगनी चाहिए।

इसी बीच भाकपा माले की एक टीम प्रभात रंजना गुप्ता, मो. कयूम, मो. एजाज के नेतृत्व में जाकर पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। टीम ने ताजपुर जेई, जिला कार्यपालक पदाधिकारी, अधीक्षण अभियंता से पीड़ित परिवार का बिल सुधार करने, गड़बड़ी की जांच कर जवाबदेही तय कर जिम्मेवार विधुत कर्मी एवं पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन करने की घोषणा की है।

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