मनपा जी नार्थ में भ्रष्ट अभियंताओं की भरमार!

सार्वजनिक शौचालय से गायब हुआ मुतारी 

प्रहरी संवाददाता/मुंबई। मनपा जी नार्थ के भ्रष्ट अभियंताओं के नए-नए कारनामों की पोल परत दर परत खुलती जा रही है। ताजा मामला धारावी के वार्ड क्रमांक 183 स्थित राजीव गांधी नगर का है। यहां मनपा द्वारा सार्वजानिक शौचालय के साथ मुतारी भी बनाई गई थी।

लेकिन मौजूदा समय में मुतारी की जगह सार्ईंनाथ लाइम डिपो नमक रेती सीमेंट की दुकान खुल गई है। इस मुद्दे पर 17 जनवरी 2022 को स्थानीय नागरिकों ने ऑनलाइन (Online) शिकायत कि थी। जिसका टोकन आई डी Dist/MNMC/2022/11486 है।

इस शिकायत का जवाब सहायक अभियंता (इ.व.का) -1 जी/उत्तर ने दिया था, जिसमें यह कहा गया था कि विवादीत जगह उप -जिलाधिकारी के अधीन है। इस मुतारी के मुद्दे पर धारावी के स्थानीय नागरिकों ने विरोध किया था। लेकिन भ्रष्ट अभियंताओं के दलालों ने इस मामले में लीपा पोती कर दिया।

गौरतलब है कि मनपा द्वारा नागरिकों के हीत में वार्ड क्रमांक 183 के राजीव गांधी नगर (Rajeev Gandhi Nagar) स्थित धारावी डिपो के सामने माहिम नेचर पार्क की दीवार से सटे सार्वजनिक शौचालय बनवाया गया था। इस शौचालय के साथ एक तरफ आम जनता के लिए मुतारी भी बनवाई गई थी। लेकिन मौजूदा समय में मुतारी गायब है।

छानबीन से पता चला है कि उक्त मुतारी की जगह सार्ईंनाथ लाइम डिपो नमक की रेती सीमेंट की दुकान खुल गई है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि मुतारी के खेल में ईमारत व कारखाना विभाग और धनकचरा विभाग के कार्यकारी अभियंता दीपक धूमाल, सहायक अभियंता निषाद कुलकर्णी आदि शामिल हैं।

कयास लगाया जा रहा है कि ऑनलाइन शिकायत होने के बाद भी जी नार्थ के सहायक मनपा आयुक्त किरण दिघावकर अब तक क्यों खामोश हैं। जबकि इस मुद्दे पर सहायक अभियंता इमारत व कारखाना ने अपना पल्ला झाड़ते हुए अपनी सफाई में मुतारी के मामले को उप जिलाधिकारी के मत्थे मढ़ दिया है।

सहायक अभियंता का जवाब चौंकाने वाला है, इससे और कई सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि यहां चोरी और सिनाजोरी दोनों बातें सामने आ रहीं हैं। मनपा के वार्ड क्रमांक 183 हो या धारावी के कुल 7 वार्डों का मामला, कहीं भी अवैध निर्माण होता है तो जी नार्थ के अभियंता मौके पर पहुंच जाते हैं।

ऐसे में सवाल यह उठने लगा है कि जब मुतारी तोड़ी गई या उक्त स्थान पर रेती सीमेंट की दुकान बनाई जा रही थी तो ये कहां थे? इस सार्वजनिक शौचालय को मनपा द्वारा बनवाया गया है, इसकी पुष्ठी मनपा के ही एक मुकादम ने किया है।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि मनपा के अभियंताओं (Municipal engineers) ने उप जिलाधिकारी की जमीन पर अतिक्रमण किया है। इसके अलावा भी अन्य कई ज्वलंत प्रश्न हैं। फिलहाल धारावी के समाजसेवकों ने दावा किया है कि जी नार्थ के भ्रष्ट अभियंताओं के संरक्षण में बने अधिकांश अवैध निर्माणों को सहज ही देख जा सकता है।

इनमें धारावी का 90 फीट रोड़ हो या सायन माहिम लिंक रोड़, हर तरफ अवैध निर्माणों का तांता लगा है। धारावी का ब्योरा भी लोगों ने संभाल कर रखा है। जिसे समय आने पर अदालत (Court) में पेश किया जा सकता है।

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