एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना के तहत् देश के 728 स्टेशनों पर 785 ओएसओपी केंद्र
अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए एक स्टेशन, एक उत्पाद की घोषणा की गयी है। इसके अनुरूप पारंपरिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण एवं अधिक से अधिक रोजगार सृजन हेतु भारतीय रेल 728 रेलवे स्टेशनों के 785 स्टेशनों एक स्टेशन, एक उत्पाद आउटलेट से कवर किया गया है।
इसी कड़ी में इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत् बिहार के 50 रेलवे स्टेशनों को एक स्टेशन, एक उत्पाद आउटलेट से कवर किया गया है।
बताया जाता है कि वन स्टेशन वन प्रोडक्ट‘ योजना स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों, जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन एवं कल्याण सहित आजीविका और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने तथा स्थानीय व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला में मदद करने में सफल रही है।
इससे स्थानीय हस्तशिल्प व छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला है।
बताया जाता है कि ओएसओपी केंद्रों पर स्थानीय कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित भगवान बुद्ध की मूर्तियां व अन्य काष्ठ कलाकृतियां, जरी जरदोजी के परिधान व अन्य वस्तुएं, मधुबनी पेंटिंग, हस्तनिर्मित सजावटी सामान, हस्तकरघा उत्पाद, आदि।
काला चावल जैसे स्थानीय कृषि उत्पाद, मिठाइयों, अचार जैसे स्थानीय खाद्य उत्पादों का प्रदर्शन व बिक्री की जाती है। स्टेशनों पर ओएसओपी केंद्रों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को उच्च दृश्यता मिल रही है। उनसे जुड़े स्थानीय कारीगर व अन्य रहिवासी इस अतिरिक्त आय स्रोत से लाभान्वित हो रहे हैं।
खास यह कि, इससे स्थानीय रहिवासियों के लिए स्वरोजगार का एक नया अवसर पैदा हुआ और वे आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं। बिहार के गया निवासी एक स्टॉल संचालक ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि स्वरोजगार से जुड़े छोटे कामगारों को अपने पैर पर खड़ा होने के लिए गया जैसे अति व्यस्ततम रेलवे स्टेशन पर अपने लोकल उत्पाद को बेचने एवं प्रचार-प्रसार का बड़ा अवसर मिला।
इसी तरह पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पर एक स्टॉल संचालक ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन जैसे अति व्यस्ततम स्टेशन पर स्टॉल खुलने से आर्थिक रूप से समृद्धि आई है।
बताया जाता है कि पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल के अधीन आरा, बक्सर, दानापुर, फतुहा, जहानाबाद, किउल, मोकामा, पाटलीपुत्र, पटना सिटी, पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर, राजगीर, समस्तीपुर मंडल के अधीन समस्तीपुर, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, दरभंगा, रक्सौल, सहरसा, सकरी, सोनपुर मंडल के अधीन सोनपुर, हाजीपुर, मानसी, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, शाहपुर पटोरी, नवगछिया, आदि।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के डीडीयू, अनुग्रह नारायण रोड, डेहरी ऑन सोन, गया, सासाराम स्टेशन तथा झारखंड के धनबाद रेल मंडल के अधीन नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो, पारसनाथ, कोडरमा, बरकाकाना, टोरी, लातेहार, डाल्टेनगंज, रेणुकूट, चोपन एवं सिंगरौली (मध्य प्रदेश) में ओएसओपी केंद्र कार्यरत हैं।
इसके अलावा पूर्व रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के क्षेत्राधिकार में पड़ने वाले बिहार राज्य के भागलपुर, जमालपुर, सुल्तानगंज, बारसोई, मनिहारी, अररिया, अररिया कोर्ट, दलान, कटिहार, किशनगंज, लामा, प्राणपुर रोड, पुर्णिया, रौतारा, सलमारी, आजमनगर, जोगबनी, छपरा, छपरा कचहरी, थावे स्टेशन पर ओएसओपी केंद्र से स्थानीय रहिवासी लाभान्वित हो रहे हैं।
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