खेल-आधारित युवाओं को आगे बढ़ने की ओड़िशा सरकार ने की शुरुआत

पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओडिशा)। ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार ने युवाओं के लिए एक महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है। इसके तहत खेल-आधारित युवाओं को आगे बढ़ने की शुरुआत की गयी है। राज्य सरकार के इस पहल का भाजपा विरोध केवल चुनावी स्टंट बता रही है।

भाजपा का आरोप है कि यह अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए युवा वर्ग को एकजुट करने का एक सोंची -समझी कदम है। ऐसे समय में जब पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार ने युवाओं के लिए यह महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है।

वर्तमान ओड़िशा सरकार एकीकृत युवा विकास कार्यक्रम (आईवाईडीपी) में अगले वर्ष के लोकसभा चुनाव से बमुश्किल कुछ महीने पहले दिसंबर और जनवरी तक छात्रों के लिए खेल टूर्नामेंट और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं की योजना बनाई गई है।

जबकि, ओडिशा सरकार का कहना है कि योजना का प्राथमिक उद्देश्य खेल, संस्कृति और सामाजिक प्रयासों में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है। विपक्षी दलों की असहमति भरी आवाजों ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए सोंची-समझी कदम बताया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार 13-35 वर्ष की आयु वर्ग के सदस्यों वाली 12,000 से अधिक टीमों ने युवा ओडिशा नवीन ओडिशा (नुआ-ओ) के तहत छह विषयों – क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो और वॉलीबॉल टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया गया है।

वर्तमान में, खेल और युवा सेवा विभाग में क्रिकेट के लिए 5,000 टीमें, फुटबॉल के लिए 2,000 टीमें, हॉकी के लिए 200 टीमें, कबड्डी के लिए 1,300 टीमें, खो-खो के लिए 700 टीमें और वॉलीबॉल में प्रतिस्पर्धा के लिए 1,700 टीमें पंजीकृत हैं।

विभाग के अनुसार, वास्तविक फोन, व्हाट्सएप नंबर और आधार कार्ड वाले युवाओं का एक समूह छह विषयों में से किसी एक के लिए अपनी टीम को पंजीकृत कर सकता है। राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित होने वाले ब्लॉक-स्तरीय खेल टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पात्र बन सकता है।

यह सुनिश्चित करने के लिए छह विभागों को शामिल किया गया है, कि यह योजना छात्रों से लेकर किसानों तक युवाओं के सभी वर्गों तक पहुंचे। खेल विभाग ने पहले ही पांच अलग-अलग श्रेणियों के तहत शैक्षणिक संस्थानों को फंड देना शुरू कर दिया है।

2,000 से अधिक छात्रों वाले संस्थानों को ₹9 लाख मिल रहे हैं और 1,000-2,000 छात्रों वाले संस्थानों को ₹6 लाख मिल रहे हैं, वे खेल प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक गतिविधियों, ब्रांडिंग और सामाजिक गतिविधियों पर धन खर्च कर सकते हैं।

ओडिशा के खेल सचिव विनीन कृष्णा ने इस संबंध में कहा कि नुआ-ओ योजना के तहत, हम विभिन्न खेलों, संस्कृति और सामाजिक कार्य गतिविधियों के लिए कॉलेजों को वित्त पोषित कर रहे हैं।

भाजपा की राज्य इकाई ने कहा कि नुआ-ओ योजना का उद्देश्य युवा सशक्तिकरण और खेल को बढ़ावा देने के नाम पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में सरकारी धन हस्तांतरित करना है। कहा गया कि वर्ष 2019 के चुनावों से ठीक पहले नवीन पटनायक सरकार युवा सशक्तिकरण के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम बीजू युवा वाहिनी लेकर आई थी।

मोबाइल फोन खरीदने और ज्यादातर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) से जुड़े युवाओं को विदेशी दौरों पर ले जाने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे। बीजू युवा वाहिनी अब अस्तित्व में नहीं है। नुआ-ओ एक ऐसी ही योजना है जिसका उद्देश्य चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ सुनिश्चित करना है।

भाजपा प्रवक्ता अनिल बिस्वाल ने कहा कि अगर ओड़िशा की नवीन पटनायक सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर होती, तो ओडिशा राष्ट्रीय खेलों में पदक तालिका में शीर्ष पर होता। बिना किसी उचित खेल बुनियादी ढांचे वाले राज्यों ने ओडिशा को पीछे छोड़ दिया है। राज्य सरकार युवा सशक्तिकरण के बारे में तभी बात करती है जब चुनाव करीब होते हैं।

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