एड्स पीड़ितों की बेरंग जिंदगी में छात्रों ने भरे रंग

एन एम कॉलेज के छात्रों ने कसी कमर

मुश्ताक खान/ मुंबई। एड्स जैसे जानलेवा रोग से सावधानी बरतने व इसके रोगियों में जागरूकता फैलाने के लिए एन एम कॉलेज (NM College) के रोटरेक्ट क्लब ने कमर कसी है। क्लब द्वारा एड्स के रोगियों में परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न तरकीबें अपनाई है। इसके पहले चरण में जागरूकता अभियान, अंधविश्वास फैलाने वालों का पर्दाफाश करना एवं प्रभावित मरीजों को उचित सलाह देना है। यह जानकारी इस अभियान की प्रमुख इशीका शाह व समर्थ महेशका ने दी है।

गौरतलब है की विलेपार्ले पश्चिम स्थित एन एम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के छात्रों ने एड्स जैसे जानलेवा रोग पीड़ितों के बचाव में कमर कस ली है। इस अभियान की प्रमुख इशिका शाह के अनुसार संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशन) के 2014 की रिपोर्ट में कहा गया है की पूरे विश्व में सबसे अधिक एचआईवी प्रभावितों की संख्या भारत में है। इस तरह एचआईवी के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है। लेकिन इस मामले को सरकार या गैरसरकारी संस्थाएं गंभीरता से नहीं लेती। इसकी जागरूकता अपेक्षाकृत कम है। एववायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) को आज भी हमारे समाज में कलंक समझा जाता है।

इसे देखते हुए एन एम कॉलेज का रोटरेक्ट क्लब भी इसी दुविधा को उन्मूलन करने का प्रयास कर रही है। क्लब ने इस विषय में परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न तरकीबें अपनाए है। क्लब के सदस्यों द्वारा जागरूकता अभियान, अंधविश्वास फैलाने वालों का पर्दाफाश करना एवं प्रभावित मरीजों को उचित सलाह देना है। क्लब के सदस्यों का मानना है की हमारी मेहनत रंग लाएगी। एक ऐसा परिवर्तन जो एड्स पीड़ितों के जीवन में थोड़ा भी उजाला ला सके। आरसीएनएम ने इस स्थिति को बदलने का उपक्रम किया और बदलाव का आव्हान किया है। इसी कारण उन्होंने अपने इस कार्यक्रम को ‘आव्हान’ रखा है।

अंतराष्ट्रीय एड्स दिवस के अवसर पर आरसीएनएम के सदस्यों ने अपने कार्यों के द्वारा लोगों को इस रोग के बारे में शिक्षित करने का प्रयास किया तथा ऐसे दुर्भाग्य व्यक्तियों के लिए शोक व्यक्त किया जो इलाज एवं जागरूकता के अभाव में इस रोग के शिकार हो गए। एड्स की रोक-थाम के लिए रोटरेक्ट क्लब को विभिन्न संस्थाओं का सहयोग भी मिल रहा है। इससे क्लब के करीब 100 सदस्यों के हौसले काफी बुलंद हैं। रोटरेक्ट क्लब के छात्रों का कहना है की हम एकजुट होकर इस प्राण घातक बीमारी के विरूद्ध जाएंगे और एड्स पीड़ित मरीजों के लिए एक नया परिवर्तन लाएंगे।

हाल ही में क्लब के सदस्यों ने अपने अभियान के दौरान गोरेगांव पश्चिम स्थित गैर सरकारी संगठन ”डिजायर सोसायटी” में पहुंचे, यहां का सीन चौंकाने वाला था। इन बच्चों के परिवार वालों ने अपने बेकसूर जिगर के टुकड़े को इस सोसायटी में छोड़ दिया है। यहां रोटरेक्ट क्लब के छात्रों ने नाच, गाने, खेल और रंगोली बनाकर इन बच्चों की बेरंग जिंदगी में खुशियां भरने की कोशिश की। इनमें इशिता शाह, समर्थ महेशका और हर्ष मुरारका ने अहम भूमिका निभाई।

 638 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *