हक की लड़ाई में रेलवे के सफाईकर्मी

खोला A 2 Z इंफ्रा सर्विसेज के खिलाफ मोर्चा

मुंबई। सेंट्रल रेलवे कॉन्ट्रैक्ट लेबर संघ (सीआरसीएलएस) के महिला एवं पुरूष सफाई कर्मचारियों ने A 2 Z इंफ्रा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। क्योंकि कंपनी द्वारा सुविधा तो दूर है गरीब मजदूरों के खून पसीने की गाढ़ी कमाई में भी साईड इंचार्ज द्वारा सेंध लगाने की बात सामने आई है। इसके अलावा वेतन में कटौती, पीएफ नहीं भरने का मामला, प्राथमिकी उपचार के अभाव आदि संकटों से जूझते मजदूरों ने सबंधित विभागों से न्याय की गुहार लगाई है। कयास लगाया जा रहा है कि यह मामला जल्द ही रेल मंत्रालय में भी पहुंचेगा। मजदूरों की मांग हैं कि उपरोक्त मामले कि निष्पक्ष जांच कर A 2 Z इंफ्रा सर्विसेज नामक कंपनी पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। ताकि भविष्य में कोई भी ठेका कंपनी मजदूरों का खून न चूसे।

गौरतलब है कि सीआरसीएलएस के मजदूरों के मुताबिक मध्य रेलवे कि मुंबई डिवीज़न में कुर्ला का लोकमान्य तिलक टर्मिनल (एलटीटी) मुख्य है। एलटीटी में महिला एवं पुरूष सफाई कर्मियों की संख्या एक हजार से अधिक है। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (सीएसटीएम), मझगांव, दादर और पुणे भी इसी विभाग में आता है। इन सभी स्टेशनों पर A 2 Z इंफ्रा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के सफाई कर्मियों को नियुक्त किया गया है। इनमें करीब 250 से 300 महिला सफाई कर्मी और बाकी के पुरूष कर्मचारी हैं। बता दें कि मामूली कंपनियां भी मौजूदा समय में फर्स्ट ऐड मुहैया कराती हैं। लेकिन इस कंपनी के पास सर दर्द या पेट दर्द की कोई दवा नहीं होती।

मजदूरों के मुताबिक इस कंपनी में ड्यूटी की समय सीमा नहीं है। इसके बावजूद गरीबी के कारण हम लोग इस कंपनी में मेहनत मजदूरी करते हैं ताकि परिवार का पेट पाला जा सके। ड्यूटी के दौरान हमें किसी तरह की मोहलत नहीं दी जाती, एक गाड़ी से उतरते ही साईड इंचार्ज अमित पांडे द्वारा दूसरी गाड़ी पर जबरन भेजा जाता है। ऐसे में थकान या तबीयत खराब की बात सामने आने पर पांडे सीधा धमकी देते हैं कि पगार काट लिया जाएगा।

रेलवे के सफाई कर्मियों ने बताया कि सफाई के लिए कांपनी द्वारा कोई सुरक्षा कवच नहीं दिया जाता अलबत्ता फिनायल, हार्पिक आदि सफाई करने वाली वस्तुओं में भारी कटौती की जाती है। परिणाम स्वरूप ट्रेन के अंदर डब्बों की सफाई ठीक से नहीं होने के कारण यात्रियों से हमें गाली और बातें सुनने को मिलती है। ऐसे में एक तरफ यात्रियों की खरी खोटी सुननी पड़ती है। वहीं दूसरी तरफ साइड इंर्चाज पांडे कि धमकियों को बर्दाश्त करना पड़ता है।

क्योंकि हम गरीब है और महंगाई के दौर में A 2 Z कंपनी में काम करते हैं। इस कंपनी में कार्यरत गरीब मजदूरों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता, कई बार किश्तों पर वेतन मिलता है। उसमें भी पीएफ का पैसा काट लिया जाता है। इस कंपनी में काम करने वाले मजदूरों में कोई तीन साल तो कोई पांच वर्ष से काम कर रहा है लेकिन उसके पास पीएफ का कोई रिकार्ड नहीं है। आखिर वेतन से काटा गया रकम कहां गया? इस कंपनी में कार्यरत सभी मजदूर साईड इंचार्ज अमित पांडे से खौफजदा हैं। क्योंकि किसी को गाली गलौज करना या उसे बिना वेतन दिये नौकरी से हटाना उसके हाथ में हैं। करीब एक साल से सफाई कर्मचारियों और कंपनी के बीच चल रही लड़ाई में कई लोगों को कंपनी ने बैठा दिया है।

इस मुद्दे पर संवाददाता द्वारा साईड इंचार्ज अमित पांडे से उनके मोबाईल क्रमांक 6387768844 पर संपर्क किया गया तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए अपने मैनेजर का मोबाईल नंबर 9769228114 दिया। इस नंबर पर संपर्क करने पर A 2 Z के मैनेजर चंद्रशेखर से बात हुई। उन्होंने सफाई कर्मियों के मुद्दे पर अधिक बात न करते हुए कहा की आप जितेंद्र माथुर से संपर्क किजिए। जितेंद्र माथुर से उनके मोबाईल क्रमांक 7506455344 पर संपर्क करने पर उन्होंने सारे सवाल सुनने के बाद कहा की मैं अभी जिम में हुं। यहां से फ्री होने के बाद बात करूंगा। इसके एक डेढ़ घंटे के बाद माथुर से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।




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