संवाददाता/ मुंबई। साल 2020 को आने में अभी एक पखवाड़ा बाकी है, पर मुंबई में ड्रग्स की डिमांड अभी से बढ़ गई है। इस वजह से ड्रग्स की कीमतें भी बढने लगी हैं। ऐंटि नार्कोटिक्स सेल (Anti Narcotics cell) के एक अधिकारी ने बताया कि एलसीडी और कोकीन-इन दो ड्रग्स की डिमांड नए साल की पार्टियों में सबसे ज्यादा होती है। इसीलिए आम दिनो में यदि एलसीडी के एक डॉट की कीमत सात हजार रुपये होती है, तो इन दिनों वह दस हजार रुपये से बारह हजार रुपये के बीच बेची जा रही है।
इसी तरह पांच हजार रुपये प्रति ग्राम बिकने वाली कोकीन भी आठ से दस हजार रुपये के बीच बेची जा रही है। इन दोनों ड्रग के अलावा एमडी ड्रग भी आम लोग बहुत लेते हैं, लेकिन जो गांजा प्रति किलो 20 हजार रुपये में पहले बिकता था, उसका रेट इन दिनों प्रति ग्राम 2000 रुपये हो गया है। क्राइम ब्रांच की यूनिट-3 से जुड़े इंस्पेक्टर नितिन पाटील ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि अब गांजा के बीच भी विदेश से आ रहे हैं।
उन्होंने शनिवार को 26 साल के निखिल सतीश शर्मा को विदेशी गांजा की बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया है। निखिल और उसके दोस्तों ने इंटरनेट पर पढ़ा था कि घर पर मारिजुआना (गांजा ) कैसे उगाया जाता है। इसके बाद उन्होंने इसके लिए जरूरी सभी आवश्यक सामग्री और उपकरण विदेश से मंगवाए और घर पर ही गांजा लैब बना लिया। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने चीन से उपकरण और ऑस्ट्रेलिया व न्यू जीलैंड से बीज खरीदे थे। निखिल का गिरोह पिछले एक साल से गांजा तस्करी से जुड़ा था। उसके मुख्य ग्राहक मूल रूप से कॉलेज के छात्र और चेंबूर के स्थानीय निवासी थे।
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