CST हादसे के बाद स्काईवॉकों की मरम्मत का काम तेज

मुंबई। सीएसटी ब्रिज हादसे के बाद स्काईवॉक की मरम्मत का काम तेजी से शुरू हो गया है। पिछले कई महीनों से जिन स्काईवॉक की मरम्मत के लिए स्थानीय लोगों की आवाज अनसुनी हो रही थी, अचानक ही उन सभी की सुनवाई शुरू हो गई है। मनपा आने वाले एक सप्ताह में कई स्काईवॉक की मरम्मत का काम शुरू करने जा रही है। मनपा के ब्रिज विभाग के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की।

विलेपार्ले स्काईवॉक को रात से बंद कर दिया गया है। इसी के साथ ही, सांताक्रुज, बांद्रा, अंधेरी, गोरेगांव, दहिसर के स्काईवॉक की भी मरम्मत की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि हम निरीक्षण शुरू कर रहे हैं, अगले सप्ताह तक इन सभी का काम शुरू कर दिया जाएगा। विलेपार्ले के स्थानीय नगरसेवक अनिष मकवानी ने कहा कि सीएसटी ब्रिज हादसे के बाद उन्होंने ब्रिज विभाग को इस संदर्भ में पत्र लिखा था, जिसके जवाब में विभाग ने काम शुरू होने की जानकारी दी।

एमएमआरडीए द्वारा बनाए गए स्काईवॉक की देखरेख का जिम्मा मनपा के पास है। अधिकतर की हालत खस्ता हो चुकी है, जनता भी अव्यवहारिक होने के चलते इस बेहतरीन सुविधा का कम ही उपयोग करती है। इस वजह से अब यह स्काईवॉक मनपा की चुनौती बनते जा रहे हैं। दहिसर (पूर्व) और (पश्चिम) में बनाए गए स्काईवॉक पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। इन्हें बंद भी कर दिया गया है। हालांकि, इसके नीचे से वाहनों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। परिणामस्वरूप किसी हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता। इस स्काईवॉक की समस्या हल करने की मांग को लेकर स्थानीय कांग्रेसी कार्यकर्ता विकास पांडेय ने धरना भी दिया था, जिस पर उन्हें आश्वासन मिल गया था। पांडेय इस स्काईवॉक को जल्द हटाने की मांग कर रहे हैं।

 


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