टमाटर के बाद अब प्याज के भाव बढे

मुंबई। टमाटर के बाद अब प्याज के भी भाव बढ़ने लगे हैं। इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ने लगा है। टमाटर के 120 रुपये प्रति किलो तक महंगे बिकने के बाद अब प्याज के दाम भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। वाशी थोक आलू-प्याज बाजार में बीते करीब 3 सप्ताह से प्याज की आवक बहुत अनियमित तरीके से हो रही है। वाशी थोक बाजार सहित राज्य के अन्य करीब 82 थोक बाजारों में प्याज की आवक बुरी तरह से प्रभावित हुई है।

आवक में चल रही अनियमितता और नीलामी वाले लासलगांव व नाशिक जैसे सबसे बड़े बाजारों में अचानक हुई बंपर आवक से वहां उपस्थित किसान आक्रामक हो गए और उन्होंने नीलामी की प्रक्रिया को बंद करा दिया। इन सबके चलते पिछले कुछ दिनों से ठाणे, नवी मुंबई और मुंबई महानगर क्षेत्र के खुदरा बाजार में प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

वाशी थोक बाजार में पिछले दो सप्ताह में प्याज के दाम अचानक तेजी से बढ़ चुके हैं। अभी 27 जुलाई को प्याज के दाम 7 रुपये से लेकर 10 रुपये प्रति किलो तक थे। रविवार आते-आते यह थोक दाम बढ़कर 22 से 28 रुपये प्रति किलो तक हो गए हैं। हालांकि मुंबई महानगर क्षेत्र के बहुत से खुदरा व्यापारियों के पास अभी भी प्याज के पुराने भंडार जमा हैं।

यह पुराने भंडार का प्याज अभी कई चुनिंदा स्थानों पर 20 से 30 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। मुंबई महानगर क्षेत्र के कई उपनगरों में तो प्याज के खुदरा दाम इस समय 25-28 रुपये से 35-40 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचे हैं। थोक व खुदरा क्षेत्र के दोनों ही व्यापारियों का कहना है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्याज के दाम में यह तेजी नई फसल के आने तक बनी रहने वाली है।

एक थोक व्यापारियों के अनुसार देश भर में प्याज की कमी है। वातानुकूलित भंडार घरों में भी प्याज का भंडार औसत से कम है। कई राज्यों में बाढ़ या बाढ़ जैसी स्थिति है। इससे प्याज की फसल खराब हो गई है। बहुत से महामार्ग बंद हो गए हैं। इन सबसे मुंबई के बाजार में प्याज की आवक में कमी आने से मुंबई में प्याज के दाम तेजी बढ़ने लगे।

प्याज के बढ़ते दाम से प्याज को जमा कर रखने वाले किसान लालच में आ गए। अधिक कमाई की लालच में वे अपनी प्याज नाशिक, लासलगांव व अन्य नीलामी वाले बाजारों में लेकर पहुंचने लगे। अकेले लासलगांव प्याज मंडी में ही शुक्रवार को 2 हजार टन प्याज की आवक हो गई। इस बंपर आवक से प्याज की नीलामी वाले थोक दाम में 500-600 रुपये तक की कमी आ गई। भाव घटता देख आक्रामक हुए किसानों ने नीलामी प्रक्रिया को ही बंद करा दिया। इन सबके चलते प्याज की आवक अनियमित बनी हुई है।

वाशी थोक आलू-प्याज बाजार के कई व्यापारियों के अनुसार प्याज के दाम में चल रही यह तेजी दीपावली तक ऐसे ही बनी रह सकती है। मानसून के ख़त्म होते-होते लगाई जाने वाली फसल दीपावली तक तैयार होती है। इसके बाद इस प्याज के थोक बाजार में आने तक प्याज के दाम अब इसी तरह आम जनता को रुलाते रहेंगे। कुछ अन्य थोक व्यापारियों ने आशंका जताई है कि प्याज के थोक दाम अगले तीन-चार सप्ताह में 40 रुपये अथवा 50 रुपये तक के आंकड़े को पार कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार तक को हस्तक्षेप करना पड़ सकता है।

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