उभरता साइंटिस्ट नीरज दूसरी बार जुड़ा सूर्य ग्रहण के शोध में

प्रहरी संवाददाता/ गोमियां (बोकारो)। गोमियां (Gomia) प्रखंड के हद में तुलबुल पंचायत के नीरज कुमार ने शोध के लिए पूर्व में ही विज्ञान प्रसार के साइंटिस्ट ने ऑनलाइन के माध्यम से सारी जानकारी दी। जिसके बेसिस पर यह शोध किया गया है। बहुत ही खास रहा यह वलयाकार सूर्य ग्रहण। अगली बार 2031 में भारत में दिखेगा इस तरह का सूर्य ग्रहण खंडग्रास सूर्य वैज्ञानिकों के लिए और खगोलीय घटनाओं को समझने का प्रयास किया गया। विज्ञान प्रसार के माध्यम से मिली सारी जानकारी के जरिए हेल्पिंग हैंड राइजिंग स्टार के को-ऑर्डिनेटर नीरज कुमार ने सुर्य ग्रहण के दौरान तापमान रीडिंग, एंगल, ड्यूरेशन आदि का डाटा कलेक्ट किया।

गोमियां से हेल्पिंग हैंड राइजिंग स्टार के को-ऑर्डिनेटर नीरज ने सुबह 10:15 बजे से दोपहर 02:09 बजे तक सूर्य ग्रहण को पिन्होल कैमरा, वॉल मिरर, सोलर फिल्टर चश्मा के जरिए देखा गया व अलग अलग तरीके से सूर्य ग्रहण की गतिविधियों की जानकारी जुटाई। डाटा कलेक्शन के अनुसार झारखंड में 69% सूर्य ग्रहण रहा है। झारखंड में आंशिक सूर्यग्रहण दिखाई दिया। यह सारा डाटा नीरज के जरिए विज्ञान प्रसार को ऑनलाइन रिपोर्ट के जरिए भेज दिया गया। कोरोनावायरस की वजह से ग्राम तुलबुल में ही नीरज द्वारा ग्रामीणों ने भी सूर्य ग्रहण का दृश्य देखा और बच्चों को भी एक्सपेरिमेंट करने का तरीका बताया।

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