तालाब में तब्दील हुई मुंबई

चेंबूर- विक्रोली हादसे में 27 की मौत, 20 घायल

मुश्ताक खान/ मुंबई। शनिवार की देर रात मूसलाधार बारिश के दौरान वाशीनाका स्थित भारतनगर में बीएआरसी की भारी भरखम सुरक्षा दीवार व पहाड़ी का मलबा ढहने की वजह से करीब 13 झोपड़े तबाह हो गए। इस हादसे में समाचार लिखे जाने तक 17 लोगों की मौत हो गई। जबकि लगभग 10 रहिवासी घायल हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए चेंबूर (Chembur) के शिव हॉस्पिटल, देवनार के शताब्दी हॉस्पिटल और घाटकोपर के राजावाड़ी हॉस्पिटल में भेजा गया।

वहीं विक्रोली में भारी बारिश में एक मंजिला मकान के गिरने से मलबे में दबकर 10 लोगों की मौत हो गई। यहां से एक घायल को बाहर निकाला गया। जबकि एनडीआरएफ के मुताबिक करीब 5 -6 लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई में हुए हादसों पर राष्ठ्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है की चेंबूर और विक्रोली (Vikroli) में भारी बारिश के दौरान हुए हादसे की खबर से मैं बेहद दुखी हूं, मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और सफल राहत एवं बचाव कार्य की कामना करता हूं।

वहीं पीएमओ ने ट्वीट कर मुंबई में हुए हादसे में मारे गए परिजनों के लिए पीएम रिलीफ फंड से 2 -2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। इस हादसे में घायल हुआ लोगों के परिवारों को 50 -50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाएगा। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को बतौर मुआवजा 5 -5 लाख रूपये देने की घोषणा की है।

गौरतलब है की रविवार के अहले सुबह करीब एक और दो के दरमियान हुए इस हादसे में स्थानीय शिव दर्शन सेवा मंडल, विगनहर्ता स्पोर्टस क्लब, राजमुद्र प्रतिष्ठान, भीम गर्जना मित्र मंडल और समता चाल रहिवासी संघ के कार्यकर्ता जान हथेली पर रखकर रात के समय बचाव कार्य में लगे रहे। मनपा के परिमंडल पांच एम पूर्व की हद में आने वाले भारतनगर की तंग गलियों में बचाव कार्य आसान नहीं , इसके बावजूद लोगों ने अपने पड़ोसियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस घटना की सूचना मिलते ही आरसीएफ पुलिस (RCF Police) के जवान, एनडीआरएफ की टीम, फायर ब्रिगेड और मनपा के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए।

मौत के मुंह से बची प्रतीक्षा पंडित गोरसे

बताया जाता है की मूसलाधार बारिश के दौरान बीएआरसी (BARC) की भारी भरखम सुरक्षा दीवार भारतनगर की झोपड़पट्टीयों पर आफत बन कर गिरी। सुरक्षा दीवार व पहाड़ी का मलबा गिरने से करीब 13 झोपड़े तबाह हो गए। इससे आस-पास के दर्जनों झोपड़े भी प्रभावित हुए हैं। यहां के प्रभावित झोपड़ों की संख्या भी तकरीबन इतनी ही बताई जा रही है। इस हादसे में करीब 17 लोगों की मौत हो गई। जबकि लगभग 10 रहिवासी घायल हैं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया। देर रात हुए इस हादसे में पांच सदस्यीय पंडित राम गोरसे परिवार में प्रतिक्षा पंडित गोरसे को छोड़ कर सभी की मौत हो गई।

बता दें की मनपा एम पूर्व वार्ड क्रमांक 148 में हुए इस हादसे में मनसे के 147 के शाखा अध्यक्ष मंगेश पडवल रविवार की सुबह से ही लगातार घाटकोपर (Ghatkopar) के राजावाडी में डटे रहे। उन्होंने स्थानीय मृतक व घायलों की जानकारी पत्रकारों के साथ साझा की। वहीं स्थानीय नगरसेविका निधि शिंदे के पति व शिवसेना के उप विभाग प्रमुख प्रमोद शिंदे शहर से बाहर थे, लेकिन इस हादसे की जानकारी मिलते ही वे रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे घटना स्थल पर पहुंच कर राहत कार्यों में लगी टीम के साथ जुड़ गए।

मनपा की दरिया दिली

स्थानीय सांसद राहुल शेवाले (Rahul shewale) और उप विभाग प्रमुख के दबाव में मनपा एम पूर्व के अधिकारियों ने इस हादसे में बेघर हुए 25 परिवारों को एल यू गडकरी मार्ग पर स्थित विष्णूनगर में एजेस केमिकल की बिल्डिंग नंबर 11 में तत्काल शरण देना शुरू कर दिया है। इसके अलावा भारतनगर के अन्य लोगों को भी पुर्नवसन की चर्चा चल रही है।

मौजूदा समय में भारतनगर (Bharatnagar) में बिजली पानी की लाईन पूरी तरह से ठप्प है। इसे बहाल करने में काफी समय लगेगा। इसे देखते हुए लोगों को एजेस केमिकल की इमारतों में शिफ्टिंग कराई जा रही है। इस हादसे के बाद स्थानीय समाजसेवक रमेश सकट के प्रयास से एचपीसीएल द्वारा करीब 750 लोगों के खाने की व्यावस्था की गई है।

नेताओं का दौरा

इस हादसे के बाद रविवार को घटना स्थल का जायजा लेने व परिजनों को सांत्वना देने वाले नेताओं की लंबी लाइन लग गई। शिवसेना के युवा नेता एवं पालक मंत्री आदित्य ठाकरे, सांसद राहुल शेवाले, राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक, भाजपा के मुंबई अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप के अलावा स्थानीय नगरसेविका निधि शिंदे, प्रमोद शिंदे के अलावा विभिन्न दलों के नेता व कार्यकताओं ने वाशीनाका स्थित भारतनगर में हाजरी लगाई।

विक्रोली (Vikroli) मामले में जोन-7 के डीसीपी प्रशांत कदम ने बताया की यहां के सूर्यानगर इलाके में लैंडस्लाइड की वजह से 7 से 8 घर मलबे में दब गए हैं, अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 1 घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चेंबूर मामले में जोन -6 के डीसीपी कृष्ण कांत उपाध्याय ने बताया की भारतनगर हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि घायलों में कुछ लोगों की प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया की बीएआरसी की भारी भरखम सुरक्षा दीवार के गिरने व पहाड़ी के मलबा की वजह से यह हादसा हुआ।

समाचार लिखे जाने तक घाटकोपर पूर्व स्थित राजावाडी हॉस्पिटल (Rajawadi hospital) द्वारा जारी मृतकों की सूची के अनुसार 17 की मौत और 5 घायल बताया गया है।

 471 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *