कार्य के दौरान बिजली की चपेट में आने से मिस्त्री की मौत

वार्ता के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में कथारा ओपी क्षेत्र के झिरकी गांव के बगल से गुजर रहे डीवीसी के 1 लाख 20 हजार हाई वोल्टेज तार की चपेट में आकर बिजली मिस्त्री की मौत हो गयी। मृतक नावाडीह प्रखंड के हद में पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के धवैया निवासी 36 वर्षीय मिहिलाल मांझी बताया जा रहा है।

घटना के बाद मृतक के आश्रितों को ठेकेदार द्वारा ढाई लाख नगद देने पर सहमति के बाद शव को पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए तेनुघाट स्थित अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।

जानकारी के अनुसार 2 अगस्त को ठेका कंपनी वाई. के. इंटरप्राइजेज का बिजली मिस्त्री मिहिलाल मांझी टावर से सटे पेड़ो की टहनियों को रहा था। टहनी काटने के क्रम में ठेकेदार के कहने पर अपने कुछ सहयोगियों को साथ लेकर झिरकी गांव पहुंचकर विद्युत कार्य कर रहा था। इसी बीच यह घटना घटी।

घटना के संबंध में मृतक मांझी का सहयोगी गोबिंद हंसदा ने बताया कि करंट के तेज झटका लगने के बाद मिहीलाल टावर से जमीन पर गिर गया। इसके बाद उपस्थित कामगारों ने आनन फानन में उसे सीसीएल (CCL) के कथारा क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया। साथ हीं ठेकेदार को इसकी सूचना दी। यहां डाक्टर बी के झा ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना पाकर मृतक के परिवार उसकी पत्नी मुर्ति देवी व पुत्र राज कुमार मरांडी के अलावे पंचायत के मुखिया सुखमंती देवी व पंसस नवीन सोरेन के अलावे गांव के दर्जनों रहिवासी अस्पताल पहुंचे। पति के शव को देख पत्नी फुट फुट कर रोने लगी, जिसे अन्य महिलाओं ने किसी तरह संभाला।

इधर अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस घटना की जानकारी बोकारो थर्मल थाना और कथारा ओपी को दी गई। घटना की सूचना पाते ही दोनों थाना की पुलिस अस्पताल पहुंचकर कानुनी प्रक्रिया पुरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।

इसी बीच उपरोक्त कंपनी के मालिक नौशाद खान व महताब खान से मुआवजा व अन्य सुविधाओं को लेकर मुखिया व मृतक के परिजनों के बीच वार्ता के बाद सहमति बनी। जिसके अनुसार मृतक के आश्रित पत्नी को ठेकेदार द्वारा ढाई लाख नगद देने पर सहमति बनी, जिसमें 50 हजार तत्काल दिया जायेगा और बाकि का दो लाख दुसरे दिन देने की बात कही गयी।

वही जब तक ग्रुप इंश्योरेंस (Group Insurance) का पैसा नहीं मिल जाता है तब तक मृतक के परिजनों को ठेकेदार द्वारा 20 हजार रुपया प्रतिमाह भुगतान किया जायेगा। साथ ही मृतक के कटे ईपीएफ आदि की राशि भी दिलाने पर सहमति बनी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना दिन के लगभग 11 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मृतक उपरोक्त ठेका कंपनी में पिछले 15 वर्षो से बिजली मिस्त्री के पद पर कार्यरत था। कुल मिलाकर हाई वोल्टेज टावर पर कार्य के दौरान क्या सुरक्षा उपकरण को अपनाया जाना चाहिए यह जांच का विषय है।

मगर मृतक की पत्नी द्वारा पुलिस को दिए आवेदन मे कहा गया है कि इसमें दोषी कोई नहीं, बल्कि यह महज एक दुर्घटना है। बताया जाता है कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम के बाद रात्रि लगभग आठ बजे दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।

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