सड़क दुर्घटना में प्रवासी मजदूर हरिशचंद की हैदराबाद में मौत

प्रहरी संवाददाता/बोकारो। झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में बोकारो जिला के हद में नावाडीह प्रखंड के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुंगो रंगामाटी के मजदूर की हैदराबाद में बीते 17 मार्च को सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी।

मिली जानकारी के अनुसार पेंक नारायणपुर थाना के हद में मुंगो निवासी उमाशंकर महतो के 27 वर्षीय पुत्र हरिशचंद महतो की सड़क हादसे में मौत हो गयी। मौत की सूचना मिलते ही परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है। इस दुःखद घटना के बाद गांव में शोक का माहौल हैं।

बताया जाता है कि मृतक हरिशचंद महतो त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत था। वह 17 मार्च की शाम को खाना बनाने वाले गैस सिलेंडर भरवाने के लिए बाजार जा रहा था। तभी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी।

मृतक अपने पीछे पत्नी, पुत्र हिमांशु कुमार(5 वर्ष) और पुत्री नमीता कुमारी(3 वर्ष) को छोड़ गया है। इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।

इससे पहले भी कई रहिवासियों की मौत हो चुकी है। रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा कि हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है। प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले से रोजी कमाने गये रहिवासियों की है।

अपना घर छोड़कर परदेस गये इन मजदूरों की जिंदगी तो कष्ट में बीतती ही है। मौत के बाद भी उनकी रूह को चैन नसीब नहीं होता है। किसी की लाश हफ्ते भर बाद आती है, तो किसी को ढाई से तीन महीने भी लग जाते हैं। ऐसे में सरकार को रोज़गार की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि मजदूरो का पलायन को कारगर तरीके से रोका जा सके।

 171 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *