चिकित्सा इंतजामों से स्वास्थ्य सेवाओं में सकारात्मक बदलाव की संभावना

संतोष कुमार/वैशाली(बिहार)। वैशाली जिले (Veshali district) में सिस्टम दुरुस्तीकरण को लेकर वर्षों से कई तरह के प्रशासनिक प्रयास हुए। उनमें से कुछ के नतीजों ने संतुष्ट किया तो कुछ ने लोगों को घोर निराश भी किया। अब लगता है कि जिले के स्वास्थ्य सेवाओं में काफी मजबूती आएगी।
जैसा कि दो चिकित्सा इंतजामों के जिला सदर अस्पताल हाजीपुर (District Sadar hospital) में स्थापित होने के बाद लोगों को उम्मीदे है। लालगंज प्रखंड के घटारों ग्राम के बबलू कुमार, पिंटू कुमार, हाजीपुर प्रखंड के दयालपुर पंचायत के मनमोहन कुमार, किसान पप्पू सिंह, राजीव कुमार सिंह उर्फ गन गन सिंह के अलावा महुआ प्रखंड के कन्हौली बाजार निवासी कई लोगों का मानना है कि बीते कुछ दिन पूर्व सदर अस्पताल में जो दो चिकित्सा सेवाओं का राहत प्रदान किया गया है वह बेहद खुशी की बात है।
एक तरफ जहां डायलिसिस सेंटर जिसमें पीएचएच कार्डधारियों को मुफ्त सुविधा मिलने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जिले को राज्य के उन ग्यारह जिलों में शामिल बताया गया है जहां चार फ़रवरी से दस फरवरी तक कैंसर रोगियों के लिए सहायता सह जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है। जानकारी बीते दिनों विश्व कैंसर दिवस पर आयोजित संगोष्ठी के बाद डॉ राजेश कुमार साहू ने दी थी। उन्होंने विस्तार पूर्वक यह भी बताया कि कैंसर रोगियों में प्रारम्भिक लक्षण किस तरह जगह बनाते हैं। किस किस तरह के कैंसर को प्रमुखता से लिया जा रहा है। साथ ही उसके रोकथाम की दिशा में चल रहे प्रयासों के तहत क्या क्या किया जाना है। बिहार सुधारात्मक प्रशिक्षण संस्थान जिसे शॉर्ट में बीका भी कह सकते हैं। हाजीपुर स्थित उक्त संस्थान की स्थापना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कारा तथा कैदियों के जीवन दोनों में सुधार की दिशा में जो प्रमुख कदम बढाए जाने से जुड़ी कुछ आधुनिकतम बातों की जानकारी दी थी। जेल और कैदियों से जुड़ी पुरानी ऐसी व्यवस्थाओं की जगह आधुनिक सोच और सुविधा से लैश व्यवस्था के किसी खास जेल में होने आदि प्रमुख बातों की जानकारी दी थी।
*संस्थान भी उसके अनुकूल अपनी दक्षता दिखाता जा रहा है*
इसी कड़ी में प्रशिक्षण सत्रों का समय समय पर संचालन हुआ करता है। जेल और कैदियों के जीवन में होने वाले सुधार सुस्त रफ्तार से ही सही लेकिन दिशा गमन कर रहा है। संस्थान के उप निदेशक रविकांत देव ने अपनी तरफ से प्रशिक्षण सत्र जो पांच दिनों तक चलेगा, उसके मकसद को विस्तार से रखा। उन्होंने बताया कि महिला सुरक्षा से जुड़े आधुनिक विधिगत बातों की जानकारी दी जाएगी। उद्घाटन कार्यक्रम में बीते दिन जिले से जिलाधिकारी उदिता सिंह, एस पी मनीष भी मौजूद रहे थे, जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर चाणक्य विधि विश्विद्यालय की कुलपति मृदुला सिन्हा और अपर मुख्य सचिव गृह विभाग बिहार आमिर सुब्बानी विशिष्ठ अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। उप निदेशक बीका के अनुसार यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय सोच से जुड़ा एक गम्भीर विषय है जिसपर तीस प्रॉसिक्यूटर के बीच इस पर प्रशिक्षित विषयगत चर्चाएं होंगी। जो बीते आठ से आने वाले बारह फ़रवरी तक चलेगा।

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