समस्तीपुर में सीएम के समक्ष माले ने निकाला प्रतिवाद मार्च

वैशाली के तिसिऔता के दलित लड़की के सामूहिक ब्लात्कार-हत्यारोपी की गिरफ्तारी से संबंधित तख्तियां महिलाएं लहरा रही थीं

एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief minister of Bihar Nitish Kumar) के समस्तीपुर आगमन पर 30 दिसंबर को रोसड़ा के सफाईकर्मी रामसेवक राम को न्याय दिलाने की मांग को लेकर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रतिवाद मार्च निकाला।

इसे लेकर 30 दिसंबर को मुख्यालय में समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार के भाग लेने की जानकारी मिलने पर भाकपा माले के कार्यकर्ता शहर के मालगोदाम चौक स्थित माले कार्यालय पर एकत्रित होकर जुलूस निकाला।

महिलाएं वैशाली के तिसिऔता में दलित लड़की से सामूहिक बलात्कार- हत्यारोपी को गिरफ्तार करने की मांग कर रही थी। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता अपने-अपने हाथों में झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लहराते, नारे लगाते ओभरब्रीज चौराहा पर पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस ने जुलूस को आगे बढ़ने से रोक दिया। इससे आक्रोशित कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से मिलने की जिद पर अड़ गये और विरोध स्वरूप वहीं धरना पर बैठ गये।

यहां उपस्थित अधिकारियों मसलन अनुमंडलाधिकारी रवींद्र कुमार दिवाकर, नगर थानाध्यक्ष अरूण कुमार राय समेत मुख्यमंत्री के काफिला में आये अन्य कई अधिकारियों द्वारा काफी समझाने- बूझाने, मान- मनौअल के बाद मुख्यमंत्री तक मांग पहुंचाने की शर्त पर अधिकारियों को स्मार-पत्र सौंप दिया गया।

मौके पर सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने किया। जिला कमिटी के सदस्य हरिकांत झा, सत्यनारायण महतो, प्रेमानंद सिंह, रामचंद्र पासवान, महावीर पोद्दार, अमित कुमार, राम कुमार, बंदना सिंह, फुलबाबू सिंह, आदि।

फूलेंद्र प्रसाद सिंह, दिनेश कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, राजकुमार चौधरी समेत खुर्शीद खैर, कृष्ण कुमार, राजकुमार पासवान, अनील चौधरी, रामसकल राय, कैलाश पासवान, शमीम मंसूरी, अन्नु अली, मो. नईम अंसारी आदि नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए नीतीश सरकार को दलित- गरीब विरोधी सरकार बताया।

सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि सफाईकर्मी रामसेवक राम को हाजत में पुलिस एवं निजी गुंडों ने पीटकर हत्या कर दी। आज तक मृतक के परिजन को न मुआवजा मिला और न ही परिजन को नौकरी। यहाँ तक कि हत्यारे पर एफआईआर तक दर्ज नहीं किया गया।

कॉ रामचंद्र पासवान ने वारिसनगर प्रखंड के भागवत ठाकुर उच्च विद्यालय किशनपुर के खेल के मैदान को अवर निबंधक किशनपुर के कब्जे से मुक्त कराने को आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि वैशाली के तिसिऔता में दबंगों ने दलित लड़की को जबरदस्ती उठा ले गये।

सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई और हत्यारे पकड़ से बाहर है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री का समाज सुधार यात्रा घोखा है और धोखेबाज सरकार को आंदोलन का ज्वार खड़ा कर सत्ता से बेदखल करने को माले आंदोलन तेज करेगी।

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