ठेका मजदूरों की छंटनी के खिलाफ हड़ताल को लेकर मजदूर संघ की बैठक

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा कोक ओवन एवं कोक केमिकल्स विभाग में मेडिकल चेकअप के नाम पर ठेका मजदूरों की छँटनी के खिलाफ एचएमएस से संबद्ध क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ द्वारा आगामी 15 अक्टूबर को आहुत हड़ताल को सफल बनाने हेतु 10 अक्टूबर को बैठक की गयी।

आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रबंधन द्वारा लाये गये मेडिकल चेकअप नामक काला कानून का वे पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि यह कैसा कानून है जिससे बीमारी का ईलाज नहीं, बल्कि मजदूर का गेट पास छीनकर काम से बाहर कर परिवार सहित दर दर की ठोकर खाने पर मजबूर किया जा रहा है। ये काला कानून नहीं तो क्या है?

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि संयंत्र के कुछ युनियन प्रबंधन से साँठ-गाँठ कर ठेका और नियमित मजदूरो मे भेदभाव कर मजदूर एकता को तोड़ने की कोशिश कर रहे है। हमे याद रखना चाहिए कि पे-रिवीजन के मुद्दे पर अगर ठेका मजदूर 30 जुन की हड़ताल मे भाग नहीं लेते तो उक्त हड़ताल सफल नहीं हो सकती थी।

मगर ठेका मजदूरों ने नौकरी की परवाह न करते हुए नियमित मजदूरो के पे रिवीजन को लेकर हड़ताल मे दिल खोलकर साथ दिया था। जिसके कारण वह हड़ताल सफल हुआ था। ऐसे में मजदूर मजदूर में भेदभाव करने वाला असली ट्रेड युनियन नहीं हो सकता है।

यूनियन महामंत्री सिंह ने कहा कि आज यातायात विभाग के ठेका मजदूरों द्वारा मिनिमम वेज के भुगतान के लिए साढ़े तीन घंटे का हड़ताल एक ट्रेलर था। पूर्व में एचएससीएल के नाम पर मजदूरो को मिनिमम वेज से मरहूम रखा जाता था।

मजदूरों के संघर्ष और युनियन के नेतृत्व के कारण नियम मे संशोधन कर एचएससीएल के सीएलसी को समाप्त कर एचएससीएल के ठेका मजदूरो को भी मिनिमम वेज के भुगतान के लिए बीएसएल के सीएलसी के दायरे मे लाया गया। मगर फिर भी ठेकेदार मिनिमम वेज भुगतान मे आना कानी कर रहे थे।

परिणामस्वरूप युनियन ने मजबूरन यातायात विभाग मे हड़ताल किया और साढ़े तीन घंटे हड़ताल के बाद प्रबंधन ने लिखित आश्वासन देते हुए कहा कि आज अगर ठेकेदारो द्वारा मजदूरो को मिनिमम वेज भुगतान नहीं किया गया तो प्रबंधन डिपार्टमेंटल पेमेंट करेगी।

उन्होंने कहा कि आगामी 15 अक्टूबर के हड़ताल के मुद्दे
पर हमने प्रबंधन को साफ-साफ बता दिया है कि हमे मेडिकल से कत्तई विरोध नहीं है। मजदूरों का मेडिकल कराइये, मगर गेट पास बनने के बाद। अगर किसी मजदूर को कोई बिमारी निकलता है तो बेशक उन्हें रेस्ट दीजिए, मगर परिवार के जीविका हेतु हर हाल मे पेमेंट चालु रखना होगा।

अन्त मे उन्होंने सभी मजदूरो से अपील करते हुए कहा कि बेखौफ और चट्टानी एकताबद्ध होकर 15 अक्टूबर के ठेका मजदूरो के हड़ताल तथा 28 अक्टूबर को बोनस एवं एरियर के मुद्दे पर ट्रेड युनियन संयुक्त मोर्चा द्वारा आहुत सम्पूर्ण सेल के हड़ताल को सफल बनाये। बैठक को महामंत्री सिंह के अलावा शशि भूषण, जुम्मन खान, आनंद कुमार, अभय शर्मा, टुनटुन सिंह, नीतिश कुमार, अमित यादव, सिराज अहमद, नागेंद्र कुमार आदि ने भी संबोधित किया।

 

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