न्यायालय के आदेश से महतो चाय दुकान पर चला जेसीबी मशीन

प्रशासनिक सख्ती के आगे ग्रामीणों की एक न चली

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। और आखिर में न्यायालय के आदेशों का तामिला हो गया। प्रशासन द्वारा गरीब घनश्याम महतो का चाय दुकान पर जेसीबी चला कर उसे तहस-नहस कर दिया गया। उसका रोजगार का साधन अब समाप्त हो गया। उसे अपना रोजगार छीन जाने की चिंता सता रहा है।

जानकारी के अनुसार इस काम में पुलिस प्रशासन को काफी जद्दोजहद करना पड़ा। ग्रामीणों का विरोध काम ना आया। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासन ने जेसीबी के सहारे महतो चाय दुकान को तहस-नहस कर दिया।

बताया जाता है कि 2 अप्रैल की दोपहर कोर्ट के आदेश से नियुक्त मजिस्ट्रेट तथा भारी संख्या में पुलिस बल बोकारो जिला के हद में कथारा मोड़ एसबीआई एटीएम के समीप बोड़िया वस्ती मार्ग पर स्थित महतो चाय दुकान पहुंचा। इसके बाद प्रशासन ने मजिस्ट्रेट के निर्देश पर अपनी कार्रवाई शुरू की।

और देखते-देखते जेसीबी की मदद से महतो चाय दुकान भर-भराकर जमींदोज हो गया। दुकान मालिक घनश्याम महतो वहीं खड़ा अवाक सा देखता रह गया। उसे अब यही चिंता सताने लगा है कि अब वह कैसे अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेगा?

बताया जाता है कि प्रशासनिक कार्रवाई का बोड़िया बस्ती के सैकड़ो ग्रामीण महिला पुरुष द्वारा विरोध का प्रशासन पर कोई असर न दिखा। प्रशासन अपना काम करती रही तथा ग्रामीण महिलाएं विरोध करती रही।

ज्ञात हो कि स्थानीय निवासी मंजर हुसैन के हस्तक्षेप के बाद तेनुघाट व्यवहार न्यायालय द्वारा मामला संख्या-1/20 के आदेश से उक्त विवादित चाय दुकान को तुड़वाने के लिए प्रशासन द्वारा पूर्व में तीन बार प्रयास किया गया था। बावजूद इसके ग्रामीणों के कड़े विरोध के कारण प्रशासन अबतक इसमें विफल रही थी।

न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद प्रशासन हरकत में आई। उसके बाद 2 अप्रैल को बेरमो अंचल के कनीय अभियंता सह मजिस्ट्रेट अजीत कुमार तथा बोकारो थर्मल थाना के पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिंह के देखरेख में भारी संख्या में पहुंची पुलिस बल के सहयोग से सर्वप्रथम घनश्याम चाय दुकान को खाली कराया गया। इसके बाद जेसीबी की मदद से उसके उक्त दुकान को पुरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।

बताया जाता है कि इस दौरान ग्रामीण आस्था का केंद्र बरदखूट्टा को भी जेसीबी की मदद से तोड़ दिया गया। इसे लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए। प्रशासन द्वारा सख्ती दिखाते हुए महिला पुलिस बल के सहयोग से विरोध कर रहे ग्रामीण रहिवासियों को पीछे धकेल दिया गया।

ग्रामीण जगदीश महतो घोष का कहना था कि ग्रामीण जनता का विरोध न्यायालय द्वारा जारी आदेश का नहीं, बल्कि लोक आस्था का प्रतीक बरदखूट्टा तथा वहां बने वृक्ष के नीचे के चबूतरा को तोड़े जाने को लेकर है। विरोध के बीच रहिवासी दखलकार मंजर हुसैन द्वारा बनाए गए शॉपिंग सेंटर के अवैध होने तथा उसे भी तोड़े जाने की मांग कर रहे थे।

इस कार्रवाई में उपरोक्त के अलावा सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस अवर निरीक्षक दीपक कुमार पासवान, अजीत कुमार, वीरेंद्र हांसदा, भागीरथ महतो, बोकारो थर्मल थाना के सहायक अवर निरीक्षक अरविंद मेहता, कथारा ओपी के सहायक अवर निरीक्षक कृष्णानंद पाठक, सअनि गुप्तेश्वर पांडेय सहित बोकारो जिला पुलिस बल के महिला व् पुरुष जवान शामिल थे।

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