कांग्रेस को मजबूत और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के जयमंगल का मंत्री बनना जरूरी

हेमंत सरकार को गिराने की आरपीएन सिंह की साजिश को जयमंगल ने किया था विफल

नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश को विफल करने वाले बेरमो विधायक कुमार जयमंगल (Bermo MLA Kumar Jaimangal) उर्फ अनूप सिंह को झारखंड सरकार (Jharkhand Government) में मंत्री बनाया जाना दल हित और संगठन की मजबूती के लिए जरूरी है। यूं तो झारखंड सरकार में कांग्रेस (Congress) कोटे के कई मंत्री हैं, जो अपनी- अपनी बुद्धि, विवेक तथा कार्यशैली से दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार कुछ मंत्री ऐसे भी हैं जो दलहित और गठबंधन हित को दरकिनार कर अपनी सरकार (Government) के खिलाफ यदा-कदा विष वमन करते रहते हैं। कुछ कांग्रेसी मंत्री संगठन और कार्यकताओं की एकजुटता पर अवश्य ध्यान देते हैं। कुछ को फाइल निपटाने, टेंडर सेटिंग गेटिंग और ट्रांसफर पोस्टिंग की सेटिंग से फुर्सत नहीं मिलती है।

ऐसे मंत्री अपना परिवार, रिश्तेदार और इष्ट मित्रों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने पर ज्यादा ध्यान देते हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री के कार्यों से जहां झारखंड का तेजी से विकास हो रहा है। झामुमो पार्टी काफी मजबूत हो रही है और झामुमो कार्यकर्ता एकजुट हो रहे हैं।

बीमार रहने के बावजूद झामुमो के मंत्री जगन्नाथ महतो जिस तरह क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं। कांग्रेस के मंत्रियों को इससे प्रेरणा लेने की दरकार है। झामुमो के अन्य मंत्री भी दलहित और कार्यकर्ता को एकजुट रखने के लिए सक्रिय रहते हैं।

ना सिर्फ एमएलए बल्कि झामुमो मंत्रियों में काफी एकजुटता है। इसके उलट कांग्रेस के मंत्रियों की अपनी डफली अपना राग है। सभी अपने आप को सर्वोपरि समझते हैं। सभी का अहंकार प्रबल है। एक बादल पत्रलेख ही ऐसे मंत्री हैं, जो सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं।

उनका विनम्र व्यवहार और सम्मान जनक आचार विचार ही उन्हें लोकप्रिय बनाता है। इस सब के बावजूद झारखंड में आज कोई भी ऐसा मंत्री नहीं है, जो सर्वमान्य हो। जिसकी पकड़ संपूर्ण झारखंड में हो। गठबंधन के कारण किसी विधानसभा से चुनाव जीतना अलग बात है, लेकिन बिना गठबंधन के किसी क्षेत्र से चुनाव जीतना बड़ी बात है।

भूतपूर्व कांग्रेसी swबिंदेश्वरी दुबे, sw राजेंद्र प्रसाद सिंह ऐसे नेता रहे हैं जो अपने बूते चुनाव जीतते थे। क्षेत्र में उनका जबरदस्त जनाधार था। राज्य में भी उनका बहुत बड़ा जनाधार था। ऐसा इसलिए था क्योंकि वह महान श्रमिक नेता थे। राज्य में इंटक और आरसीएमएस का जबरदस्त जनाधार था।

जिसका उपयोग व अन्य क्षेत्र के प्रत्याशियों को जिताने में करते थे। मंत्री बादल पत्रलेख आज भी स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह और विधायक कुमार जयमंगल सिंह के सहयोग की सराहना करते नहीं अघाते। राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन के बाद बिंदेश्वरी दुबे की बगिया इंटक और आरसीएमएस के सफल और सशक्त बागवान साबित हो रहे है विघायक कुमार जयमंगल सिंह।

संपूर्ण झारखंड श्रमिक जमात का जबरदस्त जनाधार कुमार जयमंगल के साथ है।इसलिए यदि उन्हें झारखंड सरकार मे मंत्री बनाया जाता है, तो झारखंड में कांग्रेस मजबूत होगा और कार्यकर्ता एकजुट होगे। साथ हीं उनका उत्साहवर्धन भी होगा।

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