कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य सुधरने से पुनर्वास में आएगी तेजी-डॉ सुरेश

प्रहरी संवाददाता/वैशाली (बिहार)। बिहार प्रशासनिक सुधारात्मक संस्थान बीका हाजीपुर जिसका आकर्षक भवन पुलिस लाईन और मंडल कारा के बीच शहर का एक आकर्षक स्थल के तौर पर जाना जाता है।

वहां दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (Training program) की शुरुआत 25 नवंबर को किया गया। इस अवसर पर यहां सेमिनार और कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है।

सेमिनार में बिहार के विभिन्न काराओं में बन्द कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर स्थिति में लाने पर केंद्रित चिकित्सकीय गहन विमर्श किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए गृह सचिव जीतेंद्र श्रीवास्तव ने संस्थान बीका की उपलब्धियों तथा पूर्व में किए गए रचनात्मक कार्यक्रमों की सराहना की।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार बीका के हर ऐसे कदम के साथ रहेगी। वहीं एनआईएमएचएएनएस बेंगलुरु के प्रतिनिधि डॉ सुरेश बाडामाथ ने अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने सेमिनार में उपस्थित गणमान्य जनों को कहा कि किसी देश या प्रदेश को जानना हो तो उसके कैदियों को जानें।

उन्होंने जोर देकर कहा कि बीका में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम से कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने में काफी मदद मिलेगी। साथ ही धीरे धीरे काराओं में कैदियों की संख्या में कमी भी आएगी। इसके अलावा मानसिक रूप से अस्वस्थ कैदियों के पुनर्वास मे भी तेजी आएगी।

कार्यक्रम में उपस्थित आईजी कारा मिथिलेश मिश्र ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर सभी पहले से ही उत्साहित थे। इससे उन्हें कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर दिशा प्रदान करने में काफी मदद मिलेगी।

संस्थान के निदेशक नीरज कुमार झा ने दो दिवसीय कार्यक्रम कोबीका के प्रयासों का एक नया सुधारात्मक अध्याय बताया और मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उन्हें पर्यावरण सुरक्षा में सहयोगी होने का संकेत के तौर पर पौधा भेंट किया।

कार्यक्रम का संचालन संस्थान की विशेष कार्य पदाधिकारी जया लक्ष्मी शिवम ने किया। धन्यवाद ज्ञापन उप निदेशक बीका रविकांत देव ने किया।

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