परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा के तहत स्वास्थ्य मेले का आयोजन 

परिवार नियोजन एवं पुरुष नशबंदी के लगे 8 स्टॉल

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर सदर अस्पताल में परिवार नियोजन पखवाड़ा पर 17 मार्च को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मेला में परिवार नियोजन एवं पुरुष नशबंदी को लेकर 8 स्टॉल लगाया गया।

आयोजित स्वास्थ्य मेला को संबोधित करते हुए हाजीपुर के सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने कहा कि बढ़ रही जनसंख्या पर परिवार कल्याण के स्थायी और अस्थायी विभिन्न विधियों को अपनाने के लिए योग्य दंपत्तियों को प्रेरित करना ही स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य है। जिसकी जानकारी एवं सेवा इस शिविर द्वारा योग्य दम्पतियों को दी गयी।

सिविल सर्जन डॉ प्रसाद यहां परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा के तहत सदर अस्पताल हाजीपुर में ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के लिए आयोजित स्वास्थ्य मेले में उपरोक्त बातें कहीं। मेले के तहत परिवार नियोजन तथा पुरुष नसबंदी से संबंधित कुल 8 स्टॉल लगे हुए थे। मेले का विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ प्रसाद ने किया।

मौके पर उन्होंने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य योग्य दंपंत्ति को बढ़ रही जनसंख्या पर परिवार कल्याण के स्थायी और अस्थायी विभिन्न विधियों को अपनाने के लिए प्रेरित करना था। जिसकी जानकारी एवं सेवा इस शिविर द्वारा योग्य दंपत्तियों को दी गयी।

मेले के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मनोज तथा डीसीएम निभा रानी ने भी बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या पर सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न विधियों की जानकारी उपस्थित जनों को दी।

स्वास्थ्य मेले के तहत लगाए गए स्टॉलों में प्रत्येक स्टॉल एक दूसरे से भिन्न थे। एक नंबर स्टॉल पर निबंधन तो अन्य स्टॉलों पर कंडोम वितरण, माला, छाया, इसी पिल्स वितरण, कॉपर टी, अंतरा, कल्याण परामर्श के साथ परिवार कल्याण के लिए स्थाई विधियों पर जानकारी व लाभ लिया जा सकता था।

डीसीएम निभा रानी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले के लिए क्षेत्र के दर्जनों मुखिया को भी निमंत्रण दिया गया था। जिसमें बहुत सारे जनप्रतिनिधियों ने रुचि भी दिखाई। जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र के रहिवासियों में परिवार नियोजन तथा पुरुष नसबंदी को लेकर जागरूक करने का वचन भी दिया।

इस अवसर पर डीसीएम डॉ निभा रानी सिन्हा ने कहा कि पुरुष नसबंदी बेहद सहज और सरल है। यह महिला बंध्याकरण से आसान और सुरक्षित भी है। उन्होंने बताया कि पुरुषों में नसबंदी को लेकर रूढ़िवादी धारणा को बदलना होगा। उन्हें परिवार कल्याण के लिए भी नसबंदी जैसे स्थायी या अस्थायी उपायों पर अमल करना होगा।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन प्रसाद, सीडीपीओ डॉ सीताराम सिंह, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी, केयर डीटीएल सुमित कुमार, पीरामल के शशि भूषण कुमार, डीसीएम निभा रानी सहित अन्य मौजूद थे।

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