वैशाली महोत्सव के दूसरे दिन लोकनृत्य एवं गायन की रही धूम

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। विश्व के प्रथम गणतंत्र की नगरी वैशाली में आयोजित वैशाली महोत्सव के दूसरे दिन लोक नृत्य एवं गायन की धूम रही। दर्शकों ने कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य व् गीतों का भरपूर आनंद उठाया।

वैशाली महोत्सव के अवसर पर लोक गायिका पूनम श्रीवास्तव की प्रस्तुति सेजिया पर लोटे काला नाग हो बलमु एवं कलाकार हनी प्रिया के गीत सावन के झूले एवं अगर तुम हो सागर मेरे पास आओ मुझे गले से लगाओ पर सैकड़ो दर्शक झूम उठे।

महोत्सव के मुख्य मंच पर वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेन्द्र नारायण के नेतृत्व व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) मनीष कुमार एवं डीपीओ (प्राथमिक शिक्षा व समग्र शिक्षा) की देखरेख में विद्यालयी छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया।

महोत्सव में नवोदित कलाकार ग्यारहवीं की छात्रा हनी प्रिया ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। तालियों की गरगराहट से पूरा पंडाल व वातावरण गुंजायमान हो उठा। वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर की बेटी हनी प्रिया पिछले आठ साल से हिन्दुस्तानी क्लासिकल से जुड़ कर काफी नाम कमा रही है।

विगत वर्ष दिल्ली में हनी प्रिया ने पद्मश्री हरिहरण से सुपर सिंगर आफ ईयर ट्वेंटी- ट्वेंटी से पुरस्कृत हुई। हनी प्रिया अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। इनके पिता अजित कुमार शर्मा पेशे से इंजीनियर हैं। माता सुनीता शर्मा गृहिणी है।

इसी तरह महोत्सव में प्राची पल्लवी साहू का कत्थक नृत्य भी लाजवाब रहा। प्राची ताज महोत्सव एवं खजुराहो महोत्सव में कत्थक नृत्य के माध्यम से अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन कर चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर की इस कलाकार के नृत्य पर जोरदार तालियां बजी।

सूफी कलाकार अभिनव आनन्द ने भगवान गणेश की वंदना के बाद ऐसे लहरा के तू रूबरू आ गई गायन प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। ऐसा देखा नहीं खूबसूरत कोई जिस्म जैसे अजंता की मूरत कोई, फिर लाली मेरी लाल की जीत देखू तीत लाल, अली जा मस्त कलन्दर पर पूरा पंडाल झूम उठा। दमादम मस्त कलन्दर पर भीड़ बेकाबू होती दिखी। महोत्सव में सूफी गायिका ममता जोशी ने भी धमाल मचाया।

नीरा पिएं और स्वस्थ रहें का श्लोगन बना आकर्षण का केंद्र

वैशाली महोत्सव के प्रदर्शनी स्टॉलों में जीविका टीम द्वारा लगायी गयी नीरा का स्टॉल भी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।यहां पोस्टर पर लिखा श्लोगन नीरा अपनाएं, सेहत बनाएं एवं नीरा का हर एक घूंट कर देगा आपके इम्युनिटी को बूस्ट रहिवासियों को आकर्षित कर रहा है। नीरा के प्रदर्शनी स्टॉलों पर नीरा से उत्पादित तरह-तरह की मिठाई की भी बिक्री हो रही है।

जीविका द्वारा नीरा से बनी पेठा एवं मिठाई, ताल मिश्री, आईस-क्रीम केण्डी, लड्डू, गुलाब जामुन एवं अन्य उत्पाद की बिक्री हो रही है। इन स्टॉलों पर एक और श्लोगन 100 से अधिक बीमारियों का काल है नीरा, प्रतिदिन 200 एमएल नीरा पीयें एवं स्वस्थ रहें का भी उद्घोष अंकित है।

जानकारी के अनुसार महोत्सव में वैशाली प्रखंड के हद में जतकौली के अमृत जीविका नीरा उत्पादक समूह के बिक्री सह प्रदर्शनी केंद्र पर खरीदारों की भीड़ जुटी रही।

वहीं स्कूली छात्र-छात्राओं की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुमारी विभा रानी व खेल विशेषज्ञ शिक्षकों के देखरेख में संपन्न हुआ। सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।

वहीं मेला परिसर में कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना एव॔ जनसम्पर्क विभाग, हाजीपुर का मशहूर केला व बिहार का प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी- चोखा का स्टॉल भी प्रदर्शनी में लगा है। शिक्षा विभाग का टीएलएम मेला भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

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