एईएमएल के अधिकारियों कि लापरवाही से बढ़ी बिजली चोरी

उपभोक्ताओं से जबरन वसूला जाता है बिजली बील

बिजली चोर माला माल और उपभोवता कंगाल !

मुश्ताक खान/मुंबई। कहावत है कि, कमाए टोपी वाला और खाए धोती वाला, की तर्ज पर अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के अधिकारी भी चल पड़े हैं। एईएमएल (AEML) के निकम्मे अधिकारियों कि लापरवाहियों का खामियाजा उपभोक्ताओं (Consumer) को अपनी गढ़ी कमाई से चुकाना पड़ रहा है।

आसमान छुती महंगाई के इस दौर में बिजली चोरों द्वारा की जा रही चोरी का बिल आम उपभोक्ताओं को ही चुकाना पड़ता है। क्योंकि बिजली चोरी होने के समय एईएमएल के अधिकारी व संबंधित कर्मचारी मौके पर नहीं होते क्यों ?

एईएमएल ने बिजली चोरों को पकड़ने के लिए सतर्कता विभाग बनाया है। वहीं बिजली के बिलों का समय पर भुक्तान नहीं करने वालों से वसूली के लिए एईएमएल द्वारा ठेके पर उदंड युवकों को तैनात किया है। ऐसे में बिजली चोर माला माल और उपभोक्ता कंगाल होते जा रहे हैं।

एईएमएल के दोनों हाथों में लड्डु

गौरतलब है कि हाल ही में एईएमएल कि सतर्कता विभाग के अधिकारियों ने कुर्ला पूर्व एस जी बर्वे मार्ग पर स्थित वत्सलाताई नाईक नगर से एक बिजली चोर को रंगे हाथों पकड़ा था। उक्त चोर पर भारतीय बिजली अधिनियम 2003 की धारा 135 -138 के तहत मामला दर्ज किया था।

इस मामले में पुलिस (Police) द्वारा छान बिना जारी है। इस मामले में एईएमएल के अधिकारी व कर्मचारी अपनी पिठ थप थपा रहे हैं। लेकिन एईएमएल कि सतर्कता विभाग (Vigilance department) के असर्तक अधिकारियों कि लापरवाहियों के कारण अन्य उपभोगताओं का जेब काटा जा रहा है। इस मामले में अडानी का सतर्कता विभाग क्यों खामोश है?

एईएमएल के उपभोवताओं कि माने तो अडानी के सतर्कता विभाग द्वारा की गई कार्रवाई न काफी है, यह तो मजह एक दिखावा है। एईएमएल की सतर्कता विभाग के अधिकारियों को बिजली चोरों की गतिविधियों की जानकारी होते हुए भी अंदेखी की जाती है, आखिर क्यों ?

उपभोक्ताओं के अनुसार एईएमएल कि सतर्कता विभाग के अधिकारियों ने अपने कारनामों को छुपाने के लिए गाहे ब गाहे किसी को पकड़ते हैं। कुर्ला पूर्व के करीब दो दर्जन एईएमएल के उपभोक्ताओं से बात करने पर पता चला कि जागृति नगर, बर्मा सेल रेलवे लाईन, ठक्कर बप्पा कालोनी और वत्सला ताई नाईक नगर के अलावा पूर्वी उपनगर की अधिकांश झोपड़पट्टियों में अब भी बिजली चोरी का धंधा बदस्तुर जारी है।

नाम न छपने की शर्त पर एक उपभोक्ता ने बताया कि ठक्कर बप्पा कॉलोनी, सेल कॉलोनी, जागृति नगर, संतोषीमाता नगर, किरला पूर्व बर्मा सेल रेल पटरियों से स्टे नगरों के अलावा कुर्ला का कसाईवाडा, कुरैश नगर आदि इलाकों में अधिकारियों की मिली भगत से बिजली चोरी कर सप्लाई की जाती है।

इस तरह बिजली चोरों का जाल मुंबई की लगभग सभी झोपड़पट्टियों में फैला है, इसका खामियाजा अडानी के सभी उपभोक्ताओं को अपनी गढ़ी कमाई से चुकाना पड़ता है।

क्या करते हैं एईएमएल के तैनात उदंड युवक

बता दें कि एईएमएल द्वारा ठेके पर कुछ शिक्षित उदंड युवकों को तैनात किया है, जो लिस्ट के अनुसार उपभोक्ताओं के पते पर पहुंच कर बिजली का मिटर खोल कर ले जाने की धमकी देते हैं। ऐसे में चंद उपभोक्ता चेक या नगद पेमेंट दे देते हैं।

लेकिन माहुल के म्हाडा कॉलोनी, भारत नगर म्हाडा कॉलोनी, वाशीनाका के मुकुंद नगर म्हाडा कॉलोनी और गडकरी क्षेत्र के  उपभोक्ताओं से बिजली का मिटर नहीं ले जाने के एवज में भी वसूली की जाती है। शायद इस बात की जानकारी एईएमएल के पदाधिकारियों को नहीं है।

बताया जाता है कि वसूली करने वाले उदंड युवकों को यह पता है कि, वे ठेके पर काम कर रहे हैं। उन्हें कभी भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इसके अलावा यह भी देखा गया है कि बिजली के बिलों  के भुक्तान में जहां देर होती है। ऐसे स्थानों पर एईएमएल के अधिकारी या वसूली करने वाले सुरक्षा रक्षकों के साथ जाते हैं और कनेक्शन काट देते हैं।

उपभोक्ताओं के सवाल का जवाब दे एईएमएल

एईएमएल द्वारा बिजली के बीलों पर साफ तौर पर अंकित किया गया है कि ”बिजली की चोरी के कारण बिजली का बिल बढ़ता है – उसकी रिपोर्ट कीजिए़ अधिकृत तत्वों द्वारा चुराई गई बिजली का खर्च इमानदार नागरिकों को वाहन करना पड़ता है, आदि।

यदि आपको कहीं की चोरी ध्यान में आती है को कृपया 19122 पर सूचनादें ” इस संदेश से साफ होता है कि एईएमएल का सर्तकता विभाग असर्तक है। इसके अलावा सवाल यह भी उठता है कि कड़ी सही में कमाए टोपी वाला और खाए धोती वाला, की तर्ज पर चल पड़ा है।

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