उपायुक्त ने संक्रमण के नए वेरियंट को लेकर सक्रिय रहने का दिया निर्देश

दिव्यांगजनों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता- उपायुक्त

एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त (Deoghar district Deputy Commissioner) मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में “आपके अधिकार-आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया है।

जिसमें मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर, ई श्रम पोर्टल पर श्रमिकों के निबंधन व शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण को लेकर लेकर चल रहे कार्यों, जिला, प्रखंड, थाना व पंचायत स्तर पर की जाने वाली तैयारी शामिल है।

उपयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए हमें और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। जिला, प्रखंड, पंचायत स्तर पर कोविड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर किये गए कार्यो की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी प्रखंडो के बीडीओ को ब्लॉक लेवल टास्क फोर्स की मीटिंग कर उपायुक्त कार्यालय को अवगत कराने का निर्देश दिया। उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि बाबा मंदिर के वजह से देवघर एक सवेदनशील जगहों में से एक है।

बाबा बैद्यनाथ के पूजा-अर्चना हेतु यहाँ श्रद्धालु आस-पास के राज्यों से हीं नहीं बल्कि देश-विदेश से आते हैं। ऐसे में ओमिक्रॉन का खतरा और भी बढ़ जाता है। आवश्यक है कि सतर्कता अभी से हीं बरती जाए, ताकि हम अपने साथ-साथ दूसरों को सुरक्षित रख सकें।

इसके लिए जिला के सभी बॉर्डर एरिया एवं प्रवेश मार्गों पर बाहर से आने वाले लोगों का कोविड जांच की व्यवस्था की जाए एवं जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाये जाते है, उन्हें आइसोलेशन सेंटर में रख कर समुचित इलाज किया जाए।

उपायुक्त ने कहा कि इसके पूर्व देश में जो डेल्टा वैरिएंट का कोरोना वायरस था, उससे भी काफी खतरनाक व तेजी से फैलने वाला यह वायरस है, जो प्रारम्भ के कोरोना वायरस के तुलना में 32 गुणा ज्यादा खतरनाक व रूप परिवर्तित किये हुए है।

उन्होंने कहा कि अभी इस वायरस के बारे में ज्यादा कुछ नही कहा जा सकता, मगर पहले से और भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार यह भी हो सकता है कि वैक्सीन लिए व्यक्ति भी इससे प्रभावित हो जाए। यह बहुत बार रूप परिवर्तित कर चुका है। ऐसे में कोविड अनुरूप व्यवहार को अपनाते हुए सतर्क रहने की अत्यंत आवश्यकता है।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि बुजुर्गों की समस्याओं पर तेजी से ध्यान देने के उद्देश्य से वरिष्ठ नागरिकों के सहायतार्थ भारत सरकार द्वारा बीते 1 अक्टूबर को अंतराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एल्डर हेल्पलाइन नम्बर 14567 की शुरुआत की गयी है।

इसका मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों तक पहुँच बनाना एवं उन्हें आवश्यकतानुरूप उचित व आवश्यक सहयोग प्रदान करना, ताकि कोई भी बुजुर्ग इस एल्डर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर अपने समस्याओं का समाधान आसानी से पा सकते हैं।

उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि इस हेल्पलाइन पर पेंशन मुद्दों, कानूनी मुद्दों पर मुफ्त जानकारी ली जा सकेगी। यह एल्डर लाइन नंबर वरिष्ठ नागरिकों को भावनात्मक रूप से समर्थन देता है। यहां तक कि दुर्व्यवहार के मामलों में मदद करता है और बेघर बुजुर्गों को राहत प्रदान करता है।

बैठक में उपस्थित संस्थान से जुड़े प्रशिक्षकों द्वारा जानकारी दी गई कि एक आंकड़े के मुताबिक भारत में वर्ष 2050 तक वरिष्ठ नागरिक लगभग 20 प्रतिशत हो जाएंगे, यानी उनकी आबादी 300 मिलियन से ज्यादा होने की संभावना है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कई देशों की आबादी इस संख्या से कम है।

इस आयु वर्ग के लोगों को मानसिक, भावनात्मक, वित्तीय, कानूनी और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। महामारी ने इन परेशानियों को और ज्यादा बढ़ा दिया है। इस कठिन समय में वरिष्ठ नागरिकों को मदद देने के लिए एल्डर लाइन शुरू की गई है।

अब तक 17 राज्यों ने एल्डर लाइन खोल दी है। अन्य राज्य भी कतार में हैं। पिछले 4 महीनों में 2 लाख से ज्यादा कॉल मिले हैं और 30,000 से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों को सेवा दी जा चुकी है।

बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने सभी बीडीओ को निदेशित किया कि अपने अधीन अधिकारियों/कर्मियों के साथ प्रखंड स्तर पर बनाये गए आइसोलेशन सेंटर का लगातार निरीक्षण करते रहें एवं सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें। वायरस के खतरे को देखते हुए पूर्व में ही सभी आवश्यक तैयारियां करना अतिआवश्यक है।

मेडिकल इंफ्रास्टक्चर को और भी दुरुस्त करने की आवश्यकता है। उपायुक्त द्वारा कहा गया कि वर्तमान में ओमिनिक्रोम के खतरे को देखते हुए छोटी से छोटी बीमारी को भी नजरअंदाज न करें। कुछ भी समस्या हो तो तुरंत उसका समुचित इलाज करायें, ताकि इस वायरस के प्रभाव से बचा जा सके।

उपायुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि सभी प्रखंड स्तरीय कार्यालयों, थानों आदि जगहों पर बिना कोविड टीका लिए व्यक्तियों को प्रवेश न दिया जाए। इससे अनावश्यक वहां लोगों का भीड़ नही बढ़ेगा एवं सिर्फ वैसे हीं लोग आएंगे जो कोविड का टीका लिए हुए व सुरक्षित हैं। आपात स्थिति में सम्बन्धित अधिकारी अपने विवेक से इस बारे में विचार कर कार्य कर सकते हैं व आवश्यकतानुरूप लोगों को प्रवेश दे सकते हैं।

परन्तु कोरोना वायरस के नए रूप के खतरे को देखते हुए, स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना कोविड का टीका लिए हुए व्यक्तियों को कार्यालयों में प्रवेश न दिया जाय।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत दिव्यांग प्रमाण-पत्र न मिलने की शिकायत बार-बार देखने को मिलती है।

उपायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सभी प्रखंडो में दिव्यांग प्रमाण-पत्र वितरण हेतु विशेष शिविर का आयोजन किया जाए, ताकि वैसे दिव्यांग व्यक्ति जिनके पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं है, वे उक्त कैम्प में पहुँच कर वहां उपस्थित चिकित्सकों से अपने दिव्यांगता का जांच करवाकर दिव्यांगता प्रमाण प्राप्त कर सकते हैं।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त ने आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों व सभी बीडीओ,आदि।

सीओ को सख्त निर्देशित किया कि कार्यक्रम में आने वाले समस्याओं का निरीक्षण ऑन द स्पॉट करने के साथ शेष आवेदनों का निरीक्षण तय समय में करना सुनिश्चित करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए उनकी समस्याओं का निष्पादन किया जा सके।

समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने आगामी 8 दिसंबर को दुमका में आयोजित प्रमंडल स्तरीय आपके अधिकारी, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर किए जाने वाले कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

उपायुक्त द्वारा कहा गया कि सभी रोजगार सेवक यह सुनिश्चित करें कि जिन लोगों का जॉब कार्ड निर्गत किया गया है, उन सभी का नाम श्रम पोर्टल पर दर्ज हो।

यदि क्षेत्र निरिक्षण के दौरान यह पाया जाता है कि ऐसा कोई व्यक्ति जिसका जॉब कार्ड तो बना हुआ है परंतु श्रम पोर्टल पर उसका नाम दर्ज नहीं है अथवा कोई और गड़बड़ी पायी जाती है तो संबंधित रोजागार सेवक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस लिए सभी कार्यो का ससमय व सही तरीके से निष्पादित करना सुनिश्चित किया जाय। इस दौरान पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन, डीआरडीए निदेशक, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी,आदि।

जिला खनन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, सभी प्रखंडो के बीडीओ, सीओ, सभी थानों के थाना प्रभारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी, सीएससी मैनेजर एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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