उपायुक्त ने जोगीडीह व भोजपुर गांव का किया निरीक्षण

गांव के कारीगरों को DeogharMart से जोड़ने का उपायुक्त ने दिया निर्देश

एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar district Deputy Commissioner Manjunath Bhajantri) द्वारा 3 सितंबर को जिला के हद में देवीपुर प्रखंड अंतर्गत भोजपुर पंचायत के भोजपुर गाँव के लोहारगिरी सेड, कलस्टर एवं लघु कुटीर उद्योग स्थल का निरीक्षण कर उसे बढ़ावा देने के उदेश्य से संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

साथ हीं उन्होंने लघु कुटीर उद्योग को विकसित करने के अलावा यहां के निर्मित सामानों को देवघर मार्ट से जोड़ने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया, ताकि इन उद्योगों से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके।

इस अवसर पर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जोगीडीह गांव का निरीक्षण करते हुए मिट्टी से बनाये जाने वाले बर्तन व अन्य उपयोग में आने वाली सामानों को देखकर प्रसन्नता जाहीर की। साथ हीं कहा कि महिलाओं की भागीदारी सराहनीय और हमारे समाज के लिए अनुकरणीय है।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कलस्टर विकास पर जोर देते हुए गांव के सभी परम्परागत कारीगरों को देवघर वेबसाईट से जोड़ने का निदेश दिया, ताकि जिले की आवश्यकता के अनुरूप लोहार, कुम्हार आदि परम्परागत कारीगरों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

इस दौरान ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उपायुक्त ने कहा कि कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिये जाने हेतु आवश्यक है कि यहाँ की महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूह बनाकर कार्य किया जाय। उनके द्वारा बनाये गये सामानों को बाजार तक भेजने के लिए उचित इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा किया जायेगा, ताकि तैयार माल का अधिक से अधिक सप्लाई हो सके और कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा मिले।

उपायुक्त ने जिले के सभी कार्यालय प्रधानों से भी प्लास्टिक या पेपर के कप की जगह मिटटी के कुल्हड़ का प्रयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में माटी के बर्तन प्रयोग में लाए जाते थे। आज आधुनिकता की चकाचौंध में इन बर्तनों से दूरी रही है।

आज भी मटके का पानी स्वास्थ्य के मापदंडों पर खरा उतरता है। इन बर्तनों से स्वास्थ्य पर किसी प्रकार दुष्प्रभाव नहीं होता तथा हमें अपनी प्राचीन संस्कृति को संजोये रखने में सहायता मिलता है। अगर हम ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के बर्तन प्रयोग करेंगे तो एक तरफ जहां पर्यावरण को फायदा होगा, वहीं हमारा शरीर भी स्वस्थ्य रहेगा।

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त के अलावे जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवीपुर अभय कुमार, डीडीएम नाबार्ड, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, प्रखंड उद्यमी समन्वयक विक्रमादित्य एवं संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।

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