शिक्षा मंत्री से मिला कोयला खदान शिक्षक मोर्चा प्रतिनिधिमंडल

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। कोयला खदान शिक्षक मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल मोर्चा के सीसीएल अध्यक्ष प्यारेलाल यादव के नेतृत्व में 23 नवंबर को राज्य के शिक्षा मंत्री से भेंट की। भेंट के क्रम में मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से सीसीएल प्रबंधन की मनमानी पर अंकुश लगाने की गुहार लगाई।

राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में भंडारीदाह स्थित मंत्री आवास में एक भेंट में मोर्चा द्वारा कहा गया कि सीसीएल द्वारा वित्तीय वर्ष 2021- 22 की अनुदानित राशि में की गई भारी कटौती शिक्षको के हित में नहीं है। प्रतिनिधिमंडल ने प्रबंधन द्वारा मनमाने तरीके से काटी गई राशि भुगतान कराने की मांग शिक्षा मंत्री से की।

वयोवृद्ध कांग्रेसी गिरिजा शंकर पांडेय ने मंत्री से शिक्षकों का पक्ष रखते हुए कहा कि पूर्व में सीसीएल में कुल 43 अनुदानित विद्यालय संचालित था, जिसे प्रबंधन द्वारा बंद कर मात्र 28 विद्यालय को ही राशि स्वीकृत किया गया है।

मोर्चा अध्यक्ष यादव ने मंत्री का ध्यान विद्यालय के पूर्व में स्वीकृत यूनिट पर दिलाते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष विद्यालयों की यूनिट को सीसीएल प्रबंधन द्वारा कम किया जा रहा है, जिससे प्रबंधन की मंशा साफ झलकती है कि जल्द से जल्द से अनुदानित विद्यालयों को बंद किया जाए।

प्रबंधन के इस निर्णय से उपरोक्त विद्यालयों के शिक्षकों में क्षोभ है।प्रतिनिधिमंडल को मंत्री महतो ने आश्वस्त किया कि ईसीएल की भांति सीसीएल में भी अनुदान की राशि भुगतान कराया जाएगा, तथा 60 वर्ष से ऊपर के शिक्षकों को ग्रेच्युटी के रूप में 10 लाख की राशि भुगतान कर पूर्व के शिक्षकों को पूर्व की यूनिट के आधार पर झारखंड सरकार के पारा शिक्षकों के बराबर अनुदान राशि का भुगतान कराया जाएगा।

मंत्री ने शिक्षकों के समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही सीसीएल के निदेशक कार्मिक से भेंट कर शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया।

मंत्री ने कहा कि वे सीसीएल द्वारा अनुदानित विद्यालयों के शिक्षकों को उपरोक्त राशि देने अन्यथा अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग सीसीएल प्रबंधन के शमक्ष रखेंगे, ताकि उन विद्यालयों को मान्यता प्रदान कर झारखंड सरकार के पारा शिक्षकों के बराबर अनुदान राशि निर्गत किया जा सके। मंत्री ने कहा एक भी विद्यालय को वे किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने देंगे।

प्रतिनिधिमंडल में उपरोक्त के अलावे समाजसेवी देवतानंद दुबे, कन्या मध्य विद्यालय पिछरी (अंगवाली) के प्रधानाध्यापक उमेश नारायण झा, सहायक शिक्षक भीम सिंह, अशोक कुमार पांडेय आदि शामिल थे।

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