कोलकाता की घटना के विरोध में स्वर्णिम नारी फाउंडेशन द्वारा कैंडल मार्च

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित एक अस्पताल की प्रशिक्षु मेडिकल छात्रा के साथ हुए बर्बर घटना को लेकर बोकारो की महिलाओं में आक्रोश देखा जा रहा है। इसे लेकर 16 अगस्त की संध्या स्वर्णिम नारी शक्ति फाउंडेशन द्वारा आक्रोशपूर्ण रैली तथा कैंडल मार्च निकाली गई। रैली व् कैंडल मार्च बोकारो के सेक्टर नाइन स्थित फाउंडेशन के कार्यालय से बोकारो जेनरल अस्पताल (बीजीएच) तक नारा लगाते गयी।

जानकारी के अनुसार बीजीएच के समीप स्वर्णिम नारी शक्ति फाउंडेशन द्वारा सभा का आयोजन किया गया। सभा में उपस्थित फाउंडेशन की काउंसलर रूबी सिंह ने कहा कि आज भी समाज में नारी शक्ति को कमजोर समझा जाता है, जबकि देश के प्रधानमंत्री की सोंच नारी शक्ति को उचित सम्मान देने की है।

उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि जिस राज्य की मुख्यमंत्री महिला हो और उस राज्य में भी बहु, बेटी सुरक्षित नहीं है। यहां तक कि मेडिकल की छात्रा से बर्बरता की घटना घटित हो रहा है। आरोपियों को बचाने के लिए सबूत तक मिटाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे महिला मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।

सभा में फाउंडेशन की चेयरमैन माया पांडेय ने कहा कि अब नारी अपने साथ होनेवाले किसी भी अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। नारी शक्ति यदि अपने वास्तविक रूप में आ गयी तो सियासतदानों को छुपने के लिए इस धरा में जगह नहीं मिलेगा। इसलिए हम नारी शक्ति को अब एकजुट होने का समय आ गया है।

जुलूस व् कैंडल मार्च सेक्टर नाइन से वसंती मोड़ गोलंबर होते बीजीएच पहुंची तथा वहां से पुनः वापस सेक्टर नाइन स्थित फाउंडेशन कार्यालय पहुंचकर समाप्त हो गयी। जुलूस व् कैंडल मार्च का नेतृत्व फाउंडेशन की चेयरमैन माया पांडेय तथा वाइस प्रिसिडेंड सह काउंसलर रूबी सिंह कर रही थी, जबकि जुलूस व् कैंडल मार्च में उपरोक्त के अलावा फाउंडेशन की दर्जनों महिला शामिल थी।

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