फीफा-एआईएफएफ अकादमी पर ओडिशा सरकार के साथ समझौता

पियूष पांडेय/बड़बील (ओडिशा)। फीफा-एआईएफएफ अकादमी पर ओडिशा सरकार के साथ समझौता हो गया। इसे लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और ओडिशा सरकार ने 21 नवंबर को फीफा के वैश्विक फुटबॉल विकास प्रमुख आर्सेन वेंगर की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित ओडिशा आदि।

फुटबॉल अकादमी में एआईएफएफ-फीफा टैलेंट अकादमी
दोनों के बीच समझौता ज्ञापन पर एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे और ओडिशा सरकार के खेल और युवा सेवा विभाग के आयुक्त-सह-सचिव आर विनील कृष्णा ने हस्ताक्षर किए। इस शुभ घड़ी में ओडिशा के खेल मंत्री तुषार कांति बेहरा भी उपस्थित थे।

समारोह में एआईएफएफ अध्यक्ष चौबे ने कहा कि मैं भारतीय फुटबॉल को हर संभव तरीके से समर्थन देने के लिए ओडिशा सरकार और फीफा अध्यक्ष को धन्यवाद देता हूं। उसी का परिणाम है कि आज भारत में आर्सेन वेंगर की उपस्थिति है। उनका मार्गदर्शन, नेतृत्व, तकनीकी योजना और रणनीति भारत को सपने देखने में मदद करेगी।

आइए एक छोटा कदम उठाएं और योग्यता के आधार पर फीफा अंडर-17 विश्व कप और जल्द ही सीनियर फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई करें। उन्होंने कहा कि मुझे एआईएफएफ-फीफा से बहुत उम्मीदें हैं। टैलेंट एकेडमी से कहा कि हमें आने वाले तीन वर्षों में अपनी सर्वश्रेष्ठ अंडर-17 टीम मिलेगी।

फीफा के वैश्विक फुटबॉल विकास प्रमुख वेंगर ने कहा कि मैं अपनी टीम के साथ भारत आकर खुश हूं। मैंने यहां ओडिशा में सुविधाएं और बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता देखी है। हमने महसूस किया है कि 211 देशों में से अधिकांश में वास्तविक युवा शिक्षा नहीं है। अधिकांश देशों में छोटे बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा व्यवस्था नही है, इसलिए कई बच्चों को मौका नहीं मिल पाता है।

उन्होंने कहा कि दुनिया की हर प्रतिभा को एक मौका देना ही हमारा उद्देश्य है। भारत में प्रतिभा की पहचान करने के लिए, महान खिलाड़ी बनाने के लिए अच्छी शिक्षा और अच्छे स्तर की प्रतिस्पर्धा की जरूरत है। इसमें कितना समय लग सकता है, हम नहीं जानते। लेकिन बिना शिक्षा हम जहां हैं वहीं रहेंगे। हमारा लक्ष्य भारत को फुटबॉल के वैश्विक मानचित्र पर वापस लाना है।

कहा कि किसी भी देश के पास शीर्ष पर रहने के लिए किसी अन्य देश से अधिक अधिकार नहीं हैं। हमारा बड़ा प्रयास बच्चों को शिक्षित करना है, ताकि वे जितना हो सके उतना अच्छा कर सकें। उन्होंने कहा कि आप 15 साल की उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू नहीं कर सकते। आपको पांच या छह साल की उम्र में शुरुआत करनी होगी।

आयुक्त-सह-सचिव कृष्णा ने कहा कि वेंगर का यहां ओडिशा में होना राज्य सरकार के लिए बड़े सम्मान की बात है। आपकी यात्रा को लेकर बहुत उत्साह है। आप दुनिया भर के फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा रहे हैं। हम ईमानदारी से आपके और फीफा के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि एआईएफएफ-फीफा टैलेंट अकादमी के रूप में भुवनेश्वर का चयन किया जाना गौरव की बात है।

मंत्री बेहरा ने कहा कि एआईएफएफ-फीफा टैलेंट अकादमी भारत में अपनी तरह की पहली अकादमी है, जो वैश्विक खेल केंद्र के रूप में ओडिशा के तेजी से बढ़ते मानकों का प्रमाण है।
समारोह के बाद वेंगर ने फीफा प्रतिभा विकास योजना, निकटवर्ती मैदान में प्रशिक्षण पा रहे राज्य के उभरते फुटबॉल खिलाड़ियों को देखा। उन्होंने प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षकों से भी बातचीत की।

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