कार्तिक पूर्णिमा बाद हरिहरक्षेत्र मेले में उमड़ी 5 लाख की भीड़

गुलजार हुआ मेला, दुकानदारों की रही चांदी, जमकर हुई सामानों की खरीददारी

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर में लगनेवाला विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र मेला का दूसरा रविवार 10 दिसंबर को भीड़ की दृष्टि से अव्वल रहा। यूपी के घोड़े, राजस्थानी अजमेरी बकरियों एवं विभिन्न नस्ल के कुत्तों की खरीद बिक्री के साथ साथ गाय, भैंस की जमकर खरीद बिक्री देखी गई।

जानकारी के अनुसार हरिहर क्षेत्र मेला की सड़कों पर 10 दिसंबर को कार्तिक पूर्णिमा की तरह भीड़ दिखी। अंतर इतना था कि नदियों के किनारे उस समय इससे चौगुनी भीड़ स्नान करने के लिए जुटी थी। इस लिहाज से आज मेला क्षेत्र में पांच लाख से अधिक पर्यटको ने परिभ्रमण किया। मेला में जुटी भीड़ के कारण चलने में भी कठिनाई हो रहा था।

बताया जाता है कि भीड़ के मद्देनजर सारण जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस की निगरानी रही। मेले में गर्म कपड़े की दुकान हो या स्टील बर्तन, काष्ठ फर्नीचर, लौह निर्मित सामग्री हो या घरेलू सामानों की दुकान सभी जगह खरीद बिक्री हो रही थी। निस्संदेह यह कहा जा सकता है कि मेला क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा के बाद पहली बार इतना अप्रत्याशित भीड़ उमड़ आई।

मेला में आधा दर्जन नर्सरियों, बहराइच की मियां मिठाई भी खूब बिक रही थी। नुक्कड़ की दुकानों में भी भीड़ खरीदारी करती देखी गई। खोमचे वालों की भी चल निकली।मेला में लगे झूले, मौत का कुंआ, ब्रेक डांस का मजा लेते जिज्ञासु देखे गए। मेले में जादू का खेल भी खूब चला। सरकारी प्रदर्शनियों में दर्शक पोस्टरों पर प्रदर्शित सरकारी योजनाओं को देख, सुन और पढ़कर जानकारी हासिल करते दिखे।

जानकारी के अनुसार पीएनबी तुलसी चौक से पूरब मेला की ओर पैदल बढ़ने पर सड़क के उत्तर दिशा में स्थित घोड़ा बाजार में भी काफी चहल पहल दिखी। सौ से अधिक घोड़े आज भी मेला की शोभा बढ़ा रहे थे। उनकी खरीद बिक्री भी हो रही थी। यूपी के मथुरा, पीलीभीत, पंजाब और राजस्थान के घोड़े भी मेले में दिखे।

जिन व्यवसायियों के घोड़े की बिक्री नहीं हुई, वे ट्रकों पर घोड़ा लाद कर वापस लौट रहे थे। बावजूद इसके अभी घोड़ा बाजार में अब भी रौनक पूर्ववत है। दर्शक घोड़ा देखने के लिए जुटे हुए हैं। घोड़ा बाजार और गाय बाजार के दक्षिणी सड़क किनारे लिट्टी चोखा और मछली फ्राई की कतारबद्ध दर्जनाधिक दुकानों की कुर्सियां भी आज ग्राहकों से भरी रही।

चिड़िया बाजार जानेवाली सड़क पर जलेबी और इमरती की दुकानों पर भी खरीदारी जम कर हुई। गाय बाजार में पहली बार राजस्थानी व्यवसायियों ने सड़क किनारे राजस्थानी मल्टी पर्पस स्मॉल स्टडी टेबुल और कुर्सी बिक्री के लिए उतारा है, जिसकी बिक्री रही है। राजस्थानी एवं अजमेरी बकरियों की खूब बिक्री हो रही है। घोड़ा बाजार में पशुओं से संबंधित लगाम, झालर, पगहा, घंटी आदि की बिक्री हो रही है।

नखास स्थित हरिहरनाथ द्वार के सामने डिजनीलैंड मेला में अंडर वाटर फिश टनल, वैष्णव देवी दर्शन को भीड़ उमड़ रही थी। यात्री देशी और विदेशी झूले का आनंद लेते दिखे। मेला के आपदा प्रबंधन की प्रदर्शनी में आपदा से बचाव की जानकारी दी जा रही थी। जागरूकता की दृष्टि से इस प्रदर्शनी को अव्वल कहा जा सकता है।

यहीं पर सामने पश्चिम क्रॉफ्ट मेला का विशाल प्रांगण सजा है। इस प्रांगण के भीतर ही अकेले हजारों की भीड़ विविध वस्तुओं की खरीद करती देखी गई। सयाने से लेकर बच्चों तक के लिए सभी तरह की वस्तुएं बिक्री हो रही हैं। छोटे बच्चों के मनोरंजन के साधन झूले भी हैं, तो घूम घूम कर बैलून, बांसुरी, झालर आदि की भी बिक्री हो रही है। बाइस्कोप का नजारा भी इसी प्रांगण में देखने को मिल रहा है। यहां लगी सभी प्रदर्शनियों में भारी भीड़ जुटी हुई है।

कृषि प्रदर्शनी में किसानों से संबंधित वैज्ञानिक खेती की जानकारी दी जा रही है। आयुर्वेदिक औषधीय पौधों की बिक्री, फल और फूल के पौधों की बिक्री, विभिन्न शाक सब्जियों के बीजों की बिक्री भी हो रही है। खेती से संबंधित यंत्रों की बिक्री भी की जा रही है। रेल ग्राम प्रदर्शनी में टॉय ट्रेन बच्चों की पसंदगी बनी हुई है।

रेल ग्राम की यांत्रिक प्रदर्शनी सहित सभी प्रदर्शनियों में अवलोकन करते पर्यटक देखे गए। अपराध निरोध प्रदर्शनी में भी मेला देखने आनेवाले को जागरुकता के साथ साथ अपराध और अपराधियों से बचाव की जानकारी दी जा रही है। हरिहरनाथ द्वार से ड्रोलिया सिंदूर मीना बाजार चौक मुख्य मेला सड़क की सैकड़ों छोटी बड़ी दुकानों में भी दमदार खरीद बिक्री होती देखी गई।

मीना बाजार सिंदूर चौक पर लखीसराय की मशहूर ड्रोलिया भरमिलियन सिंदूर की बिक्री हो रही है, जिस पर सुहागिनों की भीड़ अत्यधिक रही। गर्म कपड़े भी खूब बिके। फर्नीचर बाजार में पलंग, कुर्सी, टेबल, सोफा आदि की बिक्री होती देखी गई। लोहे और स्टील के बर्तनों की भी बिक्री हुई।

हरिहर क्षेत्र मेला में भीड़ के मद्देनजर सारण जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस की निगरानी रही। यातायात पुलिस, चौक चौराहों पर तैनात पुलिस को भीड़ से बच्चे, बूढ़े और महिलाओं को सुरक्षित रास्ता दिलाने में मदद करते देखा गया।

नखास मेला थाना पुलिस, थियेटर चौकी पुलिस आदि भी सजग और सतर्क दिखा। भूले भटके यात्रियों और बच्चों को भी पुलिस ने उनके परिजनों से मिलाया। कह सकते हैं कि सारण जिला प्रशासन एवं पुलिस की सजगता और सतर्कता से भीड़ नियंत्रित रही।

 83 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *