अडानी ने किया एक तीर से दो शिकार

मामूली बकाये पर उपभोक्ताओं की बिजली कटी

मुश्ताक खान/मुंबई। कोरोना के कहर से अभी तक मुंबईकरों को मुक्ति नहीं मिली है। आसमान छुती महंगाई में बेकारी और बेरोजगारी ने लोगों के हौंसले पस्त कर दिये हैं, लोग पेट पालने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

वहीं अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबईकरों की बिजली खंडित करने के लिए वसूली टीम बनाई है। इस टीम में अडानी के अधिकारी कम, लेकिन वसूली करने वाले बेरोजगार युवकों (Unemployed Youth) को तैनात किया गया है।

जो लिस्ट के अनुसार मिटर उखाड़ कर ले जाते हैं। अडानी        इलेक्ट्रिसिटी मुंबई द्वारा महज कमीशन पर वसूली करने वाले युवकों का भी दोहन किया जा रहा है, लेकिन वे खुल कर नहीं बोलते। एक मिटर काटने पर वसूली वालों को सिर्फ 50 रूपये ही मिलते हैं।

वसूली टीम का दोहन

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में अडानी              इलेक्ट्रिसिटी मुंबई द्वारा दो दर्जन से अधिक बेरोजगार युवकों को चेंबूर, कुर्ला, घाटकोर आदि क्षेत्र में कमीशन बेस पर रखा गया है।

इन युवकों को टार्गेट और क्षेत्र के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। ताकि बिजली कंपनी (Electricity Company) द्वारा दी गई लिस्ट वालों से चेक, ऑनलाइन पेमेंट या कैश लेकर आएं। ऐसे में जो लोग इसे पूरा करने में सक्षम न हों उनका और जिन्हें घर बंद हो उनके मिटर उखाड़ कर लाने का काम दिया गया है।

इसके लिए अडनी इलेक्ट्रिसिटी ने महाराष्ट्र राज्य (Maharashtra State) सुरक्षा निगम के सुरक्षा रक्षकों को भाड़े पर ले रखा है। सूत्रों के अनुसार अडानी ने एक तीर से दो शिकार किया है। बेरोजगार युवकों को रोजगार देने के नाम पर बिजली का मीटर उखाड़ने के लिए प्रति मिटर महज 50 रूपये दिए जाते हैं।

जो कि किसी मायने में काफी कम है। इसके लिए युवकों को हर सुबह पहले ऑफिस जाना पड़ता है। इसके बाद उन्हें एरिया बताया जाता है। उक्त एरिया में आने जाने के लिए कोई सुविधा नहीं दी जाती, यह खर्च भी युवकों को ही उठाना पड़ता है।

ऐसे में पूरे दिन में अगर 6 मिटर निकाल पाया तो युवक को मात्र 300 रूपये मिलेंगे। इसी पैसे में उनका खर्च भी है। इस प्रकार युवकों का भी दोहन किया जा रहा है।

हाल ही में अडानी के वसूली टीम ने कुर्ला, चेंबूर के माहूल, वाशीनाका आदि क्षेत्रों से कई लोगों का बिजली मिटर उखाड़ कर ले गए। अब जिन लोगों के बिजली का मिटर वसूली टीम ले गई है, उन्हें विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना होगा साथ ही दलालों को अधिक पैसे भी देने होंगे।

मुंबईकरों की मुश्किलें बढ़ी

गौरतलब है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, तीसरे लहर के आने की प्रबल संभावनाओं को देखते हुए केंद्र व राज्य सरकारों ने गाइड लान जारी कर रखा है। इतना ही नहीं नव रात्रों को देखते हुए कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने व कराने का निर्देश भी मंडलों को जारी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन के दौरान बेहिसाब लोग बेरोजगार हुए हैं। ऐसे लोग फिलहाल नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस बीच अडानी इलेक्ट्रिसिटी द्वारा सख्त रवैया अपनाना किस हद तक सही है?

तिलक नगर स्थित अडानी के बिजली कार्यालय कारील भी कोरोना के गाइड लाइन का पालन करने के बजाए खुलेआम इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही है। लोग चेहरे पर मास्क तो दूर की बात है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं करते। इस मुद्दे पर अडानी के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं ।

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